पहाड़ी क्षेत्र में बारिश के बाद अंबाला कैंट से होते हुए गुजर रही टांगरी नदी उफान पर आ गई है। तेजी से बढ़ते जलस्तर ने यहां के बाशिंदों की मुश्किलें बढ़ा दी है। नदी में गत देर शाम तक करीब 10 हजार क्यूसिक पानी चल रहा था। उधर, खतरे को भांपते हुए प्रशासन ने लोगों को सुरक्षित स्थान पर पलायन करने की हिदायत दी है, जिसके बाद से कुछ लोगों ने अपने घरों का सामान समेटना शुरू कर दिया तो कई ने अपने घर के बाहर ईंट से पानी रोकने का जुगाड़ बना लिया।
अंबाला: उफान पर टांगरी नदी: आसपास के बाशिंदों की उड़ी नींद; प्रशासन ने कराई पलायन की मुनादी
![उफान पर टांगरी नदी, JCB से बांध मजबूत करते कर्मचारी।](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2022/07/03/2_1656871752.jpg)
उफान पर टांगरी नदी, JCB से बांध मजबूत करते कर्मचारी।
नदी किनारे बसे सैकड़ों परिवारों की बढ़ी मुश्किलें
नगर परिषद और सिंचाई विभाग की टीम ने भले ही नदी के बांध को पहले से थोड़ा मजबूत किया है, लेकिन बढ़ता जलस्तर ने यहां के सैकड़ों परिवारों की नींद उड़ा दी है। प्रीत नगर, न्यू प्रीत नगर और न्यू टैगोर नगर के लोग पहरा दे रहे हैं। बताया गया कि आज से 4 वर्ष पहले भी यहां बाढ़ आ गई थी।
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![बांध पर पानी रोकने के लिए लगाए गए कट्टे।](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2022/07/03/3_1656871806.jpg)
बांध पर पानी रोकने के लिए लगाए गए कट्टे।
लोगों में नाराजगी, बोले-प्रशासन पहले क्यों नहीं करता व्यवस्था
टांगरी नदी में शाम के समय जलस्तर बढ़ने के कारण कई जगह बांध ढह गया। इसकी वजह से कॉलोनियों में पानी घुस गया। आनन-फानन में लोगों ने जलभराव का खतरा बढ़ते देखकर सिंचाई विभाग को सूचित किया। सिंचाई विभाग ने JCB मशीन से बांध को ठीक किया। ऐन मौके पर प्रशासन द्वारा उठाए गए कदमों से यहां के लोगों में नाराजगी है। यहां के बाशिंदों का कहना है कि जब नदी का जलस्तर बढ़ा तब प्रशासन की नींद खुली है। प्रशासन ने बिना कहीं कोई व्यवस्था करे अचानक से पलायन करने की हिदायत दी है। अगर प्रशासन को इतनी चिंता होती तो पहले व्यवस्था करता।
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