पंजाब पुलिस के स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल(SSOC) की मोहाली यूनिट ने गैंगस्टर अमृतपाल सिंह के 2 साथियों को गिरफ्तार किया है। अमृतपाल गैंगस्टर लखबीर सिंह लंडा और गैंगस्टर गोल्डी बराड़ का साथी है। बराड़ अभी विदेश में है। पकड़े गए आरोपियों की पहचान निशान सिंह और युवराज सिंह के रूप में हुई है। जानकारी के मुताबिक यह मोहाली के एक लीडर के मारने की प्लानिंग कर रहे थे। SSOC ने आज इनको मोहाली कोर्ट में पेश कर 3 दिनों का रिमांड हासिल किया है।
बता दें कि पिछले वर्ष 6 नवंबर को हिंदू नेता सुधीर सूरी की दिन दहाडे गोली मार हत्या कर दी गई थी। इसके बाद मोहाली में हिंदू नेता निशांत शर्मा को भी जान से मारने को लेकर धमकी मिली थी। खरड़ थाने में इसकी शिकायत भी दर्ज करवाई गई थी।
सूत्रों के मुताबिक अमृतपाल सिंह के दोनों साथी निशांत शर्मा की हत्या की प्लानिंग में लगे थे। पंजाब में बीते समय में कई हिंदू नेताओं को टारगेट बना कर उनकी हत्या की जा चुकी है। इनमें RSS से जुड़े नेता भी शामिल थे।
विदेशी नंबर से आई थी धमकी
जानकारी के मुताबिक पिछले वर्ष मोहाली के खरड़ में रहने वाले शिवसेना हिंद के अध्यक्ष निशांत शर्मा को पिछले साल फोन पर जान से मारने की धमकी आई थी। वह अक्सर खालिस्तान विरोधी बयान देते रहते हैं। निशांत की शिकायत पर खरड़ पुलिस ने कार्रवाई करते हुए FIR भी दर्ज की थी। निशांत के मुताबिक उन्हें पहले भी कई बार धमकियां मिल चुकी हैं। हालांकि सुधीर सूरी हत्याकांड के बाद पंजाब पुलिस की सुरक्षा एजेंसियां भी अलर्ट मोड पर आ गई थी। निशांत को पंजाब पुलिस की सिक्योरिटी भी मिली हुई है।
मोहाली के हिंदू लीडर निशांत शर्मा आतंकियों के निशाने पर हैं।
आतंकी और गैंगस्टर धमका चुके
दिल्ली क्राइम ब्रांच द्वारा पिछले वर्ष मार्च में कुछ खालिस्तान समर्थकों को गिरफ्तार किया गया था। जानकारी के मुताबिक इनमें से एक आरोपी ने कहा कि था पंजाब में डेरा सच्चा सौदा सिरसा प्रमुख राम रहीम, हिंदू नेता सुधीर सूरी व निशांत शर्मा उनके निशाने पर थे। इससे पहले हिंदू नेताओं को जेल में बंद जग्गू भगवानपुरिया, गोल्डी बराड़ व पाकिस्तान में बैठे आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा से भी जान से मारने की धमकी मिल चुकी है।
सुधीर सूरी हत्यकांड में लापरवाही दिख चुकी
अमृतसर में मारे गए हिंदू नेता सुधीर सूरी की हत्या में पुलिस की बड़ी चूक सामने आई थी। मामले में पुलिस पहले से ही अलर्ट थी। बावजूद इसके पुलिस के सामने ही सूरी को मार दिया गया और पुलिस ने मौके पर हमलावरों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई भी नहीं की। यहां तक कि सुधीर सूरी की सुरक्षा में तैनात कर्मी भी बचाव के लिए आगे नहीं आए थे।
पिछले साल 4 नवंबर को एक प्रदर्शन के दौरान पुलिस मौजूदगी में सुधीर सूरी की हत्या हुई थी।
इन पर दर्ज है FIR
हिंदू नेता खालिस्तान समर्थकों के निशाने पर हैं। इस संबंध में 28 अक्टूबर को SSOC मोहाली थाने में FIR दर्ज हुई थी। यह FIR कोमलप्रीत सिंह की शिकायत पर दर्ज की गई थी। इसमें तरसेम सिंह निवासी हरिके तरनतारन (इस समय दुबई), जगरूप ¨सह उर्फ रूप निवासी लोधीपुर (इस समय USA), अमृतपाल सिंह उर्फ एमी निवासी चांद निवास बाघापुराना (मोगा) (इस समय फिलीपींस ), मनप्रीत सिंह उर्फ पीता निवासी बुईया वाला जीरा फिरोजपुर (इस समय फिलीपींस), हरजोत ¨सह निवासी फाजिल्का (इस समय यूएसए), हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी निवासी फिरोजपुर (इस समय इटली), अमनदीप सिंह उर्फ अमन निवासी अमृतसर (इस समय मलेशिया), गुरपिंदर सिंह उर्फ पिंदू निवासी भूरा कोहना खेम कलां (तरनतारन), गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी निवासी भूरा कोहना खेम कलां (तरनतारन), दीपक कुमार निवासी सुरखपुर झज्जर (हरियाणा) व एक अज्ञात व्यक्ति को आरोपियों के रुप में रखा गया था।