मतदान केंद्र के बाहर चुनाव चिन्ह लगाकर और भाजपा पटका डाल कर खड़े भाजपा प्रत्याशी अशोक कुच्छल।
YouTube ने 6 जनवरी की समिति की 2020 के चुनाव पर चर्चा करते हुए डोनाल्ड ट्रम्प की क्लिप को हटा दिया
हरियाणा के पानीपत जिले के समालखा कस्बे के नगर निकाय चुनाव के दौरान चेयरमैन पद पर भाजपा प्रत्याशी अशोक कुच्छल चुनाव आयोग के नियमों के धज्जियां उड़ाते दिखे।
चुनाव आयोग का नियम है कि मतदान के दिन पोलिंग बूथ के नजदीक कोई भी एजेंट, कार्यकर्ता एवं प्रत्याशी चुनाव चिह्न का प्रचार नहीं कर सकता है। प्रत्याशियों की कनोपी भी बूथ से काफी दूर लगाई जाएगी। इसके बावजूद भाजपा प्रत्याशी अशोक कुच्छल चुनाव चिह्न कमल के फूल का बिल्ला अपने कुर्ते पर और भारतीय जनता पार्टी का पट्टा गले में डाल कर हर पोलिंग बूथ पर घूमते रहे।
कुर्ते पर लगा चुनाव चिह्न को उतारते अशोक कुच्छल।
जब उनसे नियमों की अनदेखी करने के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि वह चुनाव चिह्न और पटका उतारना भूल गए। उन्होंने कैमरे के सामने दोनों चीज उतार दीं। वहीं, उन्होंने भगवा कुर्ता डाल रखा था और उसके बारे में बोले कि, ये मत उतरवाना, इतना ही काफी है। कैमरा बंद होते ही कुच्छल ने फिर से पटका गले में डाल लिया। उन्होंने वार्ड 1 के बूथ पर अपना वोट किया।
बूथ 5 और 6 पर हुआ हंगामा
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय भापरा समालखा के अति संवेदनशील बूथ नंबर 5 और 6 पर हंगामा हो गया। यहां भाजपा और आजाद उम्मीदवार के कार्यकर्ताओं के बीच ठन गई। मौके पर भाजपा प्रत्याशी अशोक कुच्छल भी खड़े थे। दरअसल, बूथ पर एक महिला खड़ी थी।
इस पर वोटर को कन्वेंसिंग का आरोप लगा भाजपा कार्यकर्ताओं ने हंगामा कर दिया। हंगामा होते देख दूसरे पक्ष के भी कई कार्यकर्ता वहां पहुंच गए। करीब 10 मिनट तक दोनों के बीच जमकर कहासुनी हुई। माहौल बिगड़ते देख पुलिस ने मोर्चा संभाला और सभी अत्यधिक लोगों को बूथ से बाहर निकाल
.