उत्तरकाशी में सिलक्यारा टनल धंसने से 41 मजदूर वहां पर दो हफ्ते तक फंसे रहे। यह आपदा राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में रही। लेकिन सबसे जरूरी सवाल अब भी अपनी जगह पर है कि सिलक्यारा टनल क्यों धंसी?
उत्तरकाशी में सिलक्यारा टनल धंसने से 41 मजदूर वहां पर दो हफ्ते से फंसे हैं। दुनिया का सबसे लंबा रेस्क्यू ऑपरेशन बन चुकी यह आपदा राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में रही। हादसे के बाद सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने कहा है कि देश में बन रही सभी 29 टनल का सेफ्टी रिव्यू कराया जाएगा। मगर सबसे जरूरी सवाल अब भी अपनी जगह पर है कि सिलक्यारा टनल क्यों धंसी?
इस सवाल पर जाने से पहले यह जान लेते हैं कि दुनिया की 30% लैंडस्लाइड की घटनाएं हिमालय में होती हैं। प्राकृतिक और मानवीय दोनों वजहों से और ऐसा हर मौसम में होता है। 6000 लोगों की जान लेने वाली 2013 की केदारनाथ आपदा गर्मियों में आई थी, तो 200 लोगों की मौत की वजह बना 2021 चमोली हादसा सर्दियों में हुआ था।
फिलहाल, इस टनल के धंसने की दो बड़ी वजहें सामने आई हैं- इस