गणेश उत्सव के साथ ही देशभर में त्योहारों की शुरुआत हो चुकी है। इसी सिलसिले में दुर्गा पूजा और नवरात्रि की तैयारियां भी जोरों पर हैं। पश्चिम बंगाल दुर्गा पूजा और अपने विशाल पंडालों के लिए मशहूर है। इस बार भी दुर्गा पूजा के लिए यहां के लोगों में अभी से उत्साह नजर आ रहा है। दुर्गा प्रतिमाएं बनाने वाले कारीगर भी मूर्तियों को अंतिम रूप देने में लगे हुए हैं।
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त्योहार की तैयारियों के बीच कारीगरों को मौसम का डर लगातार सता रहा है। बंगाल में इन दिनों रुक-रुक कर बारिश हो रही है। मूर्तियों को बारिश और पानी से बचाने के लिए उन्हें प्लास्टिक और तिरपाल से ढंक कर रखा जा रहा है, जबकि मूर्तियों को सुखाने के लिए धूप और गर्मी वाले मौसम की जरूरत होती है। ऐसे में मूर्तियों को सुखाने में कारीगरों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
बंगाल के कारीगरों की बनाई दुर्गा प्रतिमाएं देशभर में जाती हैं। ये बंगाल के मूर्तिकारों की आय बड़ा जरिया है। खराब मौसम के चलते कारीगरों को ऑर्डर समय पर पूरा करने में कठिनाई हो रही है। इससे उनके व्यवसाय पर असर पड़ सकता है। दुर्गा मूर्तियां मिट्टी, पुआल, बांस, जूट की रस्सी की मदद से तैयार की जाती हैं।
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