एस• के• मित्तल
सफीदों, नगर के एमडी स्कूल के बच्चों ने महाभारतकालीन नगरी कुरूक्षेत्र का भ्रमण किया। बच्चों ने हरियाणवी संस्कृति से जुड़े संग्रहालय, जियो संस्थानम, कल्पना चावला, धरोहर व ज्योतिसर का दौरा करके वहां की पृष्ठभूमि व ऐतिहासिक महत्व को जाना। इस मौके पर स्कूल के संचालक विनोद कंसल, मुख्यअध्यापिका गीतांजलि कंसल व अध्यापिका रूकमणी विशेष रूप से मौजूद थीं।
सफीदों, नगर के एमडी स्कूल के बच्चों ने महाभारतकालीन नगरी कुरूक्षेत्र का भ्रमण किया। बच्चों ने हरियाणवी संस्कृति से जुड़े संग्रहालय, जियो संस्थानम, कल्पना चावला, धरोहर व ज्योतिसर का दौरा करके वहां की पृष्ठभूमि व ऐतिहासिक महत्व को जाना। इस मौके पर स्कूल के संचालक विनोद कंसल, मुख्यअध्यापिका गीतांजलि कंसल व अध्यापिका रूकमणी विशेष रूप से मौजूद थीं।
अपने संबोधन में विनोद कंसल व गीतांजलि कंसल ने कहा कि कुरूक्षेत्र का ऐतिहासिक व धार्मिक महत्व है और इस दौरे के दौरान बच्चे इस महत्व से रूबरू हुए हैं। उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र का वर्णन श्रीमद्भगवद्गीता के पहले श्लोक में धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र के रूप में किया गया है। कुरुक्षेत्र एक महान ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व का स्थान है जिसे वेदों और वैदिक संस्कृति के साथ जुड़े होने के कारण पूरे विश्व में श्रद्धा के साथ देखा जाता है।
यह वह भूमि है जिस पर महाभारत की लड़ाई लड़ी गई थी और भगवान कृष्ण ने अर्जुन को ज्योतिसर में कर्म के दर्शन का उचित ज्ञान दिया था।