मच्छर के लार्वा की जांच करते हुए स्वास्थ्य विभाग की टीम
हरियाणा के रोहतक में डेंगू के डंक का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। जिसका अधिक खतरा शहरी एरिया में देखने को मिल रहा है। इसका अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि अभी तक मिले कुल 37 डेंगू के मरीजों में से तीन चौथाई मरीज शहरी एरिया के रहने वाले हैं। जबकि एक चौथाई मरीज ही ग्रामीण एरिया के रहने वाले हैं।
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अब तक जिले में कुल 37 डेंगू के मरीज मिल चुके हैं। वहीं मलेरिया के 2 मरीज मिले हैं और टीम ने सितंबर माह की रिपोर्ट तक 85,542 ब्लड स्लाइड भरी हैं। जिले में मिले 37 डेंगू के मरीजों में से तीन चौथाई मरीज शहरी एरिया से हैं। जिससे साफ है कि शहरी एरिया में डेंगू के अधिक मरीज सामने आ रहे हैं।
स्वास्थ्य कर्मी जांच करते हुए
28 डेंगू मरीज शहरी एरिया में मिले
अब तक जिले में मिले 37 डेंगू मरीजों में से 28 मरीज शहरी एरिया के रहने वाले हैं। वहीं 9 केस ग्रामीण एरिया के रहने वाले हैं। रोहतक शहर की बात करें तो एकता कॉलोनी में चार, प्रेम नगर में दो, शास्त्री नगर में दो, देव कॉलोनी में दो, PGI कैम्पस में दो, नया बांस में दो और लाखन माजरा में भी दो केस दर्ज किए गए है
4522 को थमाए नोटिस
स्वास्थ्य विभाग की टीम मच्छर के लार्वा की जांच के लिए भी अभियान चलाए हुए है। टीम द्वारा अभी तक मच्छर का लार्वा मिलने पर 4522 घरों को नोटिस दिया गया है। जिसमें से जनता कॉलोनी में 224 घरों में, एकता कॉलोनी में 137, आर्य नगर में 128, शास्त्री नगर में 109, बाबरा मोहल्ला में 100, विजय नगर में 91, राम नगर में 81, शिवाजी कॉलोनी में 78, प्रेम नगर में 73, तिलक नगर के 72 घरों को नोटिस जारी किए जा चुके है
मच्छर के लार्वा की जांच करते हुए स्वास्थ्यकर्मी
तीन नियमों का करे पालन
सिविल सर्जन डा. अनिल बिरला ने सभी से अपील की कि सीजन को ध्यान में रखते हुए तीन नियमों का पालन करें। पूरी बाजू के कपड़े पहनकर रखे, कूड़े का निष्पादन सही जगह पर करें, वही कबाड़ के निष्तारण का भी ध्यान रखे, ताकि वर्षों के समय छत पर पड़े कबाड़ को हटा देना चाहिए। घर से बाहर निकलते समय मिस्किटो रिप्लेंट का प्रयोग करना चाहिए। घर के आसपास गड्डों को मिट्टी से भरना चाहिए। खड़े पानी में काला तेल डाल देना चाहिए, ताकि खड़े पानी पर लेयर बन कर मच्छर को बनने से रोक देता है।
माइक्रो प्लान बनाकर किया जा रहा काम
सिविल सर्जन डा. अनिल बिरला के आदेशानुसार व उप सिविल सर्जन डा. मंजू महेरा के निर्देशन के जल जनित बीमारी (VBD) को लेकर एक्टिविटी की जा रही है। लगातार माइक्रो प्लान बनाकर कार्य करवाया जा रहा है। नोडल अधिकारी डा. कपिल गुप्ता, टीम सुपर वाइजर बसंत शर्मा, नरेंद्र नरवाल, अनिल सांगवान, राजेश नरवाल और हरिओम शर्मा के साथ VBD चेकिंग कर रहे है।
डेंगू के लक्षण
-सिर दर्द
-मांसपेशियों, हड्डियों और जोड़ों में दर्द
-जी मिचलाना
-उल्टी आना
-आंखों के पीछे दर्द
-ग्रंथियों में सूजन
-त्वचा पर लाल चितके होना