अमेरिका के शिक्षक दंपत्ति लार्स लैक्बर्टसन व रोशेल लैक्बर्टसन को भा गया भारत
एस• के • मित्तल
सफीदों, नगर के जेडी इंटरनेशनल स्कूल में अध्यापक शिक्षण अधिगम कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में विशेष रूप से अमेरिका से आए अध्यापक लार्स लैक्बर्टसन, उनकी पत्नी रोशेल लैक्बर्टसन व बच्चों के मैडलिन, मैक्स, कानर, जैक के साथ स्कूल में विद्यार्थियों व शिक्षकों को नये तरीकों के बारे में अवगत करवाया। स्कूल के चेयरमैन एसके भारद्वाज व डायरेक्टर विजय शर्मा ने शिक्षक दंपत्ति का स्कूल में जोरदार स्वागत किया। लार्स लैक्बर्टसन ने मानव विकास, व्यवसाय एवं उपभोक्ता में स्नातक तथा शिक्षा निर्देशन में मास्टर किया हुआ है।
सफीदों, नगर के जेडी इंटरनेशनल स्कूल में अध्यापक शिक्षण अधिगम कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में विशेष रूप से अमेरिका से आए अध्यापक लार्स लैक्बर्टसन, उनकी पत्नी रोशेल लैक्बर्टसन व बच्चों के मैडलिन, मैक्स, कानर, जैक के साथ स्कूल में विद्यार्थियों व शिक्षकों को नये तरीकों के बारे में अवगत करवाया। स्कूल के चेयरमैन एसके भारद्वाज व डायरेक्टर विजय शर्मा ने शिक्षक दंपत्ति का स्कूल में जोरदार स्वागत किया। लार्स लैक्बर्टसन ने मानव विकास, व्यवसाय एवं उपभोक्ता में स्नातक तथा शिक्षा निर्देशन में मास्टर किया हुआ है।
वर्तमान में लार्स लैक्बर्टसन अमेरिकन फोर्क सीनियर स्कूल में कार्यरत हैं। रोशेल लैक्बर्टसन रेडक्रॉस प्राथमिक चिकित्सा प्रशिक्षक हैं और साल्टलेक कम्युनिटी कॉलेज में कार्यरत हैं। लार्स लैक्बर्टसन ने विद्यार्थियों को इंग्लिश विषय के बारे बताया। रोशेल लैक्बर्टसन ने विद्यार्थियों ने शरीर के जॉइंट्स के बारे में बड़े सहज और आसान तरीके से समझाया। मैडलिन ने छोटे बच्चों को नृत्य करते करते कविता को याद करवाया। लार्स लैक्बर्टसन ने कहा कि भारत के विद्यार्थियों के आदर, अनुशासन एवं सीखने की जिज्ञासा एक विशेष रूप उपस्थित है। खासकर छोटे बच्चों में अध्यापक के प्रति आदर रखना बहुत ही अनुकरणीय है। उन्होंने ने कहा कि विद्यार्थी इंग्लिश लिखने निपुण हैं लेकिन बोलने में थोड़ी झिझक रखते हैं। भारत के विद्यार्थी ब्रिटिश इंग्लिश बड़ी आसानी से बोलते हैं।
उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि उनको अपने विषय में निपुण होने की आवयश्कता है। उनको जब तक प्रश्न पूछना चाहिए तब तक उनको उसका जवाब नहीं मिल जाता और अगर अध्यापक को उस प्रश्न का जवाब उस समय नहीं पता तो उनको विषय के बारे में अध्यन कर जवाब देना चाहिए। लार्स लैक्बर्टसन ने स्कूल की प्रशंसा करते हुए आने से पहले वो स्कूल की गुणवत्ता और स्वच्छता के बारे में चिंतित रहे लेकिन यहां पहुंचकर उनका डर निकल गया जब स्कूल में अच्छा वातावरण, गुणवत्ता और स्वच्छता मिली। उन्होंने कहा कि स्कूल के अध्यापक स्कूल में सिर्फ पैसों के लिए नहीं आ रहे वो यहां पर गुणवत्ता की शिक्षा दे रहे हैं। रोशेल लैक्बर्टसन ने कहा कि भारतीय स्कूलों में किताबों पर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने परस्पर संवादात्मक को बढ़ाने पर जोर दिया। लार्स लैक्बर्टसन व रोशेल लैक्बर्टसन ने भारतीय खाने की बहुत तारीख की। रोशेल लैक्बर्टसन ने समोसा का अपना सबसे अधिक पसंदीदा बताया।
लार्स लैक्बर्टसन व रोशेल लैक्बर्टसन के द्वारा नजदीकी गांव में गरीब बच्चों को जूते बांटे गए हैं। स्कूल के चेयरमैन एसके भारद्वाज ने बताया कि लार्स लैक्बर्टसन व रोशेल लैक्बर्टसन के अनुभव से स्कूल के अध्यापकों को बहुत सिखने को मिला है। स्कूल में इस प्रकार की गतिविधियां जारी रहेगी। साथ स्कूल के विद्यार्थियों और अध्यापकों को अमेरिका का एक टूर निकालने पर भी विचार किया जाएगा। उन्होंने लार्स लैक्बर्टसन व रोशेल लैक्बर्टसन द्वारा अपने अनुभव एवं अमेरिका की शिक्षा पद्दति के बारे में अवगत करवाने पर धन्यवाद दिया।