एस• के• मित्तल
जींद, स्वास्थ्य विभाग द्वारा उपायुक्त महोदय डॉ० मनोज कुमार के मार्गदर्शन एवं सिविल सर्जन जीन्द की अध्यक्षता में जिले में 30 जून तक सघन मुख एवं दन्त स्वास्थ्य जागरूकता अभियान मनाया जा रहा है। जिसके तहत जिले में आमजन को मुख के स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जाएगा तथा मुख, दांतो व मसूढों से जुडी बीमारियों से बचाव व उपचार के बारे विस्तृत जानकारी दी जाएगी।
जींद, स्वास्थ्य विभाग द्वारा उपायुक्त महोदय डॉ० मनोज कुमार के मार्गदर्शन एवं सिविल सर्जन जीन्द की अध्यक्षता में जिले में 30 जून तक सघन मुख एवं दन्त स्वास्थ्य जागरूकता अभियान मनाया जा रहा है। जिसके तहत जिले में आमजन को मुख के स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जाएगा तथा मुख, दांतो व मसूढों से जुडी बीमारियों से बचाव व उपचार के बारे विस्तृत जानकारी दी जाएगी।
अभियान के बारे में जानकारी देते हुए उप-सिविल सर्जन(दन्तक) डॉ० रमेश पांचाल ने कहा कि 30 जून तक चलने वाले अभियान के अंतर्गत आरबीएसके टीम द्वारा जिले के सभी आंगनवाडी में बच्चों के मुख एवं दांतों की जांच की जाएगी व मुख एवं दांतों की स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जाएगा। उन्होंने मुख एवं दांतो की स्वच्छता तथा स्वास्थ्य के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि दांतों को स्वच्छ एवं स्वस्थ रखने के लिए पौष्टिक भोजन जैसे कि दही, दालें, फल, हरी सब्जियों का अत्याधिक प्रयोग करें। दांतों पर चिपकन वाली चीजें टॉफी, चाकलेट, मिठाई आदि का सेवन करें। रेशे युक्त पदार्थों का सेवन करें। दिन में दो बार सुबह एवं रात्रि सोने से पहले ब्रश अवश्य करें। नशे के उत्पाद तम्बाकू, सिगरेट, बीडी, शराब, गुटखा, पान,सुपारी, जर्दा, खैनी आदि का सेवन न करें। टूथब्रूश प्रत्येक तीन महीने में अथवा इसके रेशे मुड जाए तो अवश्य बदल दें। किसी भी प्रकार की दांतों के समस्या होने पर अपने नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में दन्त चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें।
गर्भवती महिलाओं को मुख-स्वास्थ्य के बारे में जागरूक किया जाएगा।
सभी दन्तक सर्जनों द्वारा आंगनवाडी, स्कूल अध्यापक, पीयर एजुकेटर, एन.सी.सी, एन.एस.एस., क्लास मॉनिटर को दांतों की सामान्य बीमारी के बारे में जागरूक करेंगे, जैसे कि: दांत में कीडा लगना, मसूढों की बीमारी, दांतों का टेढा मेढा होना, पायरिया, ठण्डा व गर्म लगना, दांतों में झनझनाहट, होंठ चूसना, अंगूठा चूसना, मुंह से सांस लेना, कैंसर के लक्षण व स्तर आदि।
सभी दन्तक सर्जनों द्वारा आंगनवाडी, स्कूल अध्यापक, पीयर एजुकेटर, एन.सी.सी, एन.एस.एस., क्लास मॉनिटर को दांतों की सामान्य बीमारी के बारे में जागरूक करेंगे, जैसे कि: दांत में कीडा लगना, मसूढों की बीमारी, दांतों का टेढा मेढा होना, पायरिया, ठण्डा व गर्म लगना, दांतों में झनझनाहट, होंठ चूसना, अंगूठा चूसना, मुंह से सांस लेना, कैंसर के लक्षण व स्तर आदि।
पखवाड़े के तहत सभी दन्तक सर्जन अपने अंतर्गत आने वाले सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के गांवों में आमजन को मुख एवं दांतों के रोगों के बारे में जागरूक करेंगें। दिव्यांगजन, वरिष्ठ नागरिक, जेल, स्लम एरिया व ईंट भट्ठों पर भी मुख एवं दांतों के रोगों के बारे में विशेष जांच अभियान चलाया जाएगा। सभी दन्तक सर्जन अपने अंतर्गत आने वाले सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर ओरल कैंसर की जांच करेंगे।
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हैल्थ वैलनेस सैन्टर पर ज्यादा से ज्यादा मरीजों को मुख-स्वास्थ्य के बारे में जागरूक किया जाएगा।
उप-सिविल सर्जन ने बताया कि उच्च रक्त चाप एवं मधुमेह रोगियों को मुख एवं दांत रोगों के बारे में जागरूक किया जाएगा। वरिष्ठ नागरिकों को बताया जाएगा कि नकली दांतों व जबाडे की साफ-सफाई के बारे में जागरूक किया जाएगा। यह अभियान 30 जून तक चलाया जाएगा इसके तहत सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर मैगा कैम्प लगाए जाऐंगे। जिन गांवों में दांतों के पीलेपन की समस्या है तो उन गांवों में भी दन्तक सर्जन जागरूक करेंगे तथा पीने के पानी में फ लोराईड आदि जांच करवाई जाएगी। इसके अतिरिक्त यदि कोई भी सामाजिक संस्था, शिक्षण संस्थान, गैर सरकारी संस्थाएं मुख एवं दन्त स्वास्थ्य संबंधी कैम्प लगवाना चाहते हैं तो सिविल सर्जन जीन्द कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं। अभियान का मुख्य उददेश्य है कि आमजन को ज्यादा से ज्यादा स्वास्थ्य लाभ मिल सके।
हैल्थ वैलनेस सैन्टर पर ज्यादा से ज्यादा मरीजों को मुख-स्वास्थ्य के बारे में जागरूक किया जाएगा।
उप-सिविल सर्जन ने बताया कि उच्च रक्त चाप एवं मधुमेह रोगियों को मुख एवं दांत रोगों के बारे में जागरूक किया जाएगा। वरिष्ठ नागरिकों को बताया जाएगा कि नकली दांतों व जबाडे की साफ-सफाई के बारे में जागरूक किया जाएगा। यह अभियान 30 जून तक चलाया जाएगा इसके तहत सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर मैगा कैम्प लगाए जाऐंगे। जिन गांवों में दांतों के पीलेपन की समस्या है तो उन गांवों में भी दन्तक सर्जन जागरूक करेंगे तथा पीने के पानी में फ लोराईड आदि जांच करवाई जाएगी। इसके अतिरिक्त यदि कोई भी सामाजिक संस्था, शिक्षण संस्थान, गैर सरकारी संस्थाएं मुख एवं दन्त स्वास्थ्य संबंधी कैम्प लगवाना चाहते हैं तो सिविल सर्जन जीन्द कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं। अभियान का मुख्य उददेश्य है कि आमजन को ज्यादा से ज्यादा स्वास्थ्य लाभ मिल सके।