हरियाणा के हिसार जिले के बालसमंद उप तहसील के किसानों ने वर्ष 2020 व 2021 के फसल मुआवजा की मांग को लेकर एक बार फिर से धरना शुरू कर दिया है। हाल ही में किसानों को भाजपा नेताओं की तरफ से जल्द ही मुआवजा देने का ऐलान किया था, लेकिन मुआवजा नहीं मिलने से करीब 19 गांवों के किसान एक बार फिर से बालसमंद तहसील के आगे जम गए हैं। अब 20 अक्टूबर को किसानों की महापंचायत है, जिसमें किसान आदमपुर उपचुनाव को लेकर फैसला लेंगे।
पानी भरने से खराब हुई फसल
किसानों ने बताया कि वर्ष 2020 और 2021 में बारिश में खेतों में पानी के जलभराव की वजह से 19 गांवों में फसलें प्रभावित हुई थी। लेकिन अभी तक फसलों का मुआवजा नहीं मिला है। मुआवजे की मांग को लेकर कई महीने से किसानों ने बालसमंद तहसील के आगे से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।
डिप्टी स्पीकर आश्वासन पर नहीं उतरे खरे
किसानों ने बताया कि हिसार के दो ब्लाक आदमपुर और बालसमंद के किसानों की बर्बाद फसलों का मुआवजा अभी तक नहीं मिला है। लगातार महीनों-महीनों तक आंदोलन चलने के बाद सरकार और प्रशासन ने आश्वसन दिलाया की जल्दी ही आपके खातों में मुआवजा के पैसे आ जाएंगे। लेकिन डीआरओ के खातें में मुआवजा राशी आने के बाद भी किसानों को अभी तक मुआवजा नही मिला है। डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा ने मुआवजे का आश्वासन देकर इस दौरान किसानों का धरना समाप्त करवाया था। किसानों को आश्वासन दिया था कि एक माह के अंदर किसानों को मुआवजा मिल जाएगा।
20 को किसान महापंचायत
किसान नेता अनिल गोरछी ने बताया कि 3 दिनों तक बालसमंद तहसील पर धरना दिया जाएगा इसके बाद 20 अक्टूबर को आदमपुर तहसील में किसान महापंचायत होगी। इसमे पूरे हिसार जिला से किसान पहुंचेंगे। अगर 20 तारीख तक किसानों को मुआवजा नहीं मिला तो किसान बीजेपी और जेजेपी के उम्मीदवार का आदमपुर उपचुनाव में खुलकर विरोध करेंगें।