हिमाचल: सितंबर में नॉर्मल से 41% कम बारिश: 3 अक्टूबर तक खिलेगी धूप; एक-दो दिन में मानसून की विदाई, जुलाई अगस्त में हेवी-रेनफॉल

 

बेशक, मानसून पहाड़ों से विड्रा होने में वक्त ले रहा है। मगर, 35 दिन से यह कमजोर पड़ा हुआ है। इससे सितंबर महीने में नॉर्मल से 41 प्रतिशत कम बारिश हुई है। अमूमन एक से 27 सितंबर तक 117.4 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है, लेकिन इस बार सितंबर में 69.7 मिलीमीटर बरसात हुई।

हिमाचल: सितंबर में नॉर्मल से 41% कम बारिश: 3 अक्टूबर तक खिलेगी धूप; एक-दो दिन में मानसून की विदाई, जुलाई अगस्त में हेवी-रेनफॉल

इकलौता कांगड़ा जिला ऐसा है, जहां सितंबर में नॉर्मल से 4 प्रतिशत ज्यादा बादल बरसे हैं। अन्य सभी जिलों में नॉर्मल से कम बारिश हुई। लाहौल स्पीति जिले में इस बार सितंबर में नॉर्मल से 82 प्रतिशत कम बरसात हुई। हालांकि जिले के अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में एक बार हिमपात भी हो चुका है।

सोलन में नॉर्मल से 70 प्रतिशत कम बारिश

वहीं सोलन जिले में सितंबर में नॉर्मल से 70 प्रतिशत कम बारिश, शिमला व किन्नौर में 67 प्रतिशत, मंडी में 50 प्रतिशत, बिलासपुर में 3 प्रतिशत, चंबा में 29 प्रतिशत, हमीरपुर में 16 प्रतिशत, कुल्लू में 40, सिरमौर में 38 प्रतिशत और ऊना जिले में नॉर्मल से 2 प्रतिशत कम बादल बरसे हैं।

अगले एक-दो दिन में मानसून की विदाई

इस बीच अगले एक-दो दिन में मानसून की विदाई हिमाचल से तय मानी जा रही है। इसकी आधिकारिक घोषणा इंडियन मैट्रोलॉजी डिपार्टमेंट दिल्ली (IMD) करेगा। वहीं मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की माने प्रदेशभर में तीन अक्टूबर तक मौसम पूरी तरह साफ रहेगा। इससे तापमान में हल्का उछाल आएगा।

मैक्सिमम टेम्परेचर नॉर्मल से 4 डिग्री तक ज्यादा हुआ

पिछले तीन दिनों के दौरान ज्यादातर शहरों का तापमान नॉर्मल से 4 डिग्री सेल्सियस तक ज्यादा हो गया है। ऊना का अधिकतम तापमान नॉर्मल से 3.7 डिग्री के उछाल के बाद 36.6 डिग्री पहुंच गया है। सुंदरनगर का तापमान नॉर्मल से 2.8 डिग्री ज्यादा के साथ 33.1 डिग्री दर्ज किया गया।

वहीं कल्पा का अधिकतम तापमान भी सामान्य से 3.4 डिग्री ज्यादा के साथ 24.6 डिग्री, धर्मशाला का तापमान नॉर्मल से 3.3 डिग्री के उछाल के बाद 30 डिग्री और शिमला का तापमान नॉर्मल से 2.9 डिग्री के उछाल के साथ 25.2 डिग्री तक चढ़ गया है। इसी तरह अन्य शहरों का तापमान भी नॉर्मल से ज्यादा हो गया है।

मानसून सीजन में 21 फीसदी ज्यादा बारिश

पहाड़ों पर सितंबर में नॉर्मल से काफी कम बारिश जरूर हुई, लेकिन पूरे मानसून सीजन के दौरान नॉर्मल से 21 प्रतिशत ज्यादा बरसात हुई है। अमूमन एक जून से 27 सितंबर तक 731.2 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है, लेकिन इस बार 884.9 मिलीमीटर बारिश हुई, जो सामान्य से 21 प्रतिशत ज्यादा है।

इसमें भी अधिकांश बारिश सात से 11 जुलाई, फिर 13 से 15 अगस्त और 22 से 24 अगस्त के बीच हुई है। यही तबाही का भी बड़ा कारण रहा है, जितनी बारिश 15 से 20 दिन में होती है, उतनी बरसात इस बार चार-पांच दिन में हुई है।

 

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