पति, सास व ननद के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज
डाक्टरों के बोर्ड ने किया मृत्तका का पोस्टमार्टम
सफीदों, उपमंडल के गांव सिवानामाल में की गई विवाहिता की बेरहमी से हत्या के मामले में सफीदों पुलिस ने विवाहिता के पति, सास व ननद के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है। शुक्रवार को मृत्तका मोहनी (24) के शव का नगर के नागरिक अस्पताल में डाक्टरों के बोर्ड द्वारा पोस्टमार्टम किया गया तथा पुलिस ने आवश्यक कार्रवाई करके शव परिजनों को सौंप दिया। इस दौरान ग्रामीणों व मायका पक्ष के लोगों का भारी हजूम सिविल अस्पताल में जुटा रहा। वहीं सदर थाना प्रभारी कृष्ण खर्ब व सरफाबाद चौंकी इंचार्ज दिलबाग सिंह भी मौके पर मौजूद रहे।
क्या था मामला
बता दें कि वीरवार को गांव सिवानामाल में एक विवाहिता मोहनी का शव घर के बैड पर लहुलुहान पड़ा मिला था। इस मामले में मायका पक्ष ने ससुरालियों पर हत्या के आरोप लगाए थे। मृत्तका के गले व मुंह पर काफी निशान थे और ऐसा लग रहा था कि उसकी किसी तेजधार हथियार से बेरहमी से हत्या की गई है। मामले की सूचना सफीदों पुलिस को दी गई। घटना की सूचना पाकर सदर थाना प्रभारी कृष्ण खर्ब व सरफाबाद चौंकी इंचार्ज दिलबाग सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने फोरेंसिक टीम को बुलाया। एफएसएल ने शव व मौके का निरीक्षण किया। वहीं मौके पर भूना (कैथल) से मायका पक्ष के लोग भी गांव में पहुंचे। रात में पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सफीदों के नागरिक अस्पताल के शवगृह में रखवा दिया था। इस कांड में हत्या के आरोप मृत्तका के पति राकेश, सास कमलेश व ननद रेखा पर लगे थे।
पिता के ब्यान पर हत्या का मामला दर्ज
सफीदों पुलिस को दिए अपने ब्यान में विवाहिता मोनी के पिता रोशन लाल ने कहा कि मेरी लड़की मोहनी की शादी सन 2018 में गांव सिवानामाल के राकेश के साथ हिंदू रीति रिवाज से की थी लेकिन मेरी लड़की मोहनी को ससुराल में सन् 2021 में भेजी थी। करीब डेढ़ महीना पहले मेरी लड़की मोहनी के साथ ससुराल में ही कपड़े धोने को लेकर उसकी सास कमलेश व ननद रेखा ने मारपीट की थी। फिर राकेश ने भी उसके साथ पिटाई की थी। इसकी जानकारी मेरी लड़की मोहनी ने मुझे फोन पर दी थी। फिर मैं अपनी लड़की को गांव सिवाणामॉल से अपने घर भूना (कैथल) ले गया था। 26 दिसंबर को मेरा दामाद राकेश व उसकी माता कमलेश दोनों मेरी लड़की मोहनी को गांव सिवानामाल ले आए थे। 27 दिसंबर को वे उसे लेकर चले गए थे। 29 दिसंबर को मेरे मोबाइल पर मेरी लड़की की ननद रेखा ने सूचना दी कि वे गांव सिवाणामाल आ जाओ, आपकी लड़की मोहनी पूरी हो गई है। यह बात सुनकर वह परिवार सदस्यों के साथ गांव सिवाणामाल पहुंचा तो मेरी लड़की मोहनी घर के एक कमरे में मरी हुई अवस्था में बैड पर पड़ी थी और लड़की की गर्दन पर चोटों के निशान थे। मेरी लड़की मोहनी को पति राकेश, सास कमलेश व ननद रेखा ने मारा है। पिता के ब्यान के आधार पर पुलिस ने तीनों को नामजद करते हुए भादस की धारा 302 व 34 के तहत मामला दर्ज किया है।
तमाशा देखता रहा गांव लेकिन नहीं दी पुलिस को सूचना
इस मामले में मृत्तका मोहनी के मौसा महेंद्रपाल का आरोप था कि इस प्रकरण में गांव सिवानामाल के लोग संजीदा नहीं दिखाई दिए। गांव में इतना बड़ा कांड हो गया लेकिन वे केवल तमाशा देखते रहे। किसी ने भी घटना की सूचना पुलिस को देनी उचित नहीं समझी। इस हत्याकांड को सुबह ही अंजाम दे दिया गया था लेकिन उन्हे सूचना करीब 11 बजे सूचना मिली। जब वे भूना (कैथल) से गांव सिवानामाल पहुंचे तो पूरा गांव वहां पर इक_ा जरूर था लेकिन केवल तमाशा भर देखने के लिए। किसी भी ग्रामीण व मौजिज व्यक्ति ने इस मामले की सूचना पुलिस तक नहीं पहुंचाई। उन्होंने खुद वहां पर पहुंचकर पुलिस को सूचित किया और तब जाकर पुलिस गांव में पहुुंची और उसके बाद एफएसएल टीम
आई। गांव के मौजिज लोगों का फर्ज बनता था कि वे परिवार को सूचित करते। मौसा महेंद्रपाल का कहना था कि उनकी बेटी मोहनी की साजिश के तहत बेरहमी से हत्या की गई है और आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा होनी चाहि
क्या कहते हैं चौंकी प्रभारी
सरफाबाद चौंकी प्रभारी दिलबाग सिंह ने कहा कि मृत्तका के चेहरा लहुलुहान था। गर्दन व ठोढी पर धारदार हथियार के चोटों के निशान थे तथा बेड की चादर व तकिया खून से लथपथ था। डाक्टरों के बोर्ड द्वारा शव का पोस्टमार्टम करवारकर परिजनों को सौंप दिया गया है। मृत्तका की पति राकेश, सास कमलेश व ननद रेखा के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है। आरोपियों को जल्द ही काबू कर लिया जाएगा।