एस• के• मित्तल
सफीदों, सिख धर्म के 10वें गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज के चारों साहिबजादों व माता गुजरी द्वारा देश व धर्म की रक्षा के लिए दी शहादत को याद रखने व नई पीढ़ी के प्रेरणा देने के मकसद से गुरुद्वारा सिंह सभा सफीदों मंडी के तत्वावधान एवं श्री गुरु ग्रंथ साहिब की छत्रछाया में रविवार को भव्य एवं अलौकिल नगर-कीर्तन का आयोजन किया गया।
यह नगर-कीर्तन नगर के रेलवे रोड़ से प्रारंभ होकर नगर के विभिन्न प्रमुख मार्गों से होकर गुजरा। इस नगर कीर्तन में धर्म व जातपात से ऊपर उठकर सैंकड़ों श्रद्धालुओं ने भाग लिया। पूरा नगर जो बोले सो निहाल सत श्री अकाल के गगनभेदी नारों से गुंज उठा। नगर कीर्तन के आगे-आगे चलकर पंच प्यारे शोभा बढ़ा रहे थे। वहीं रागी व टाढ़ी जत्थों ने अपने कार्यक्रमों के माध्यम से चारों साहिबजादों व माता गुजरी द्वारा देश व धर्म की रक्षा के लिए दी शहादत का विस्तार से वर्णन किया। यात्रा में चारों साहिबजादों व माता गुजरी के जीवन चरित्र से जुड़ी पालकी विशेष रूप से दर्शनीय रही। यात्रा में असंख्य श्रभ्द्धालु शब्द-कीर्तन करते हुए चल रहे थे।
इसके अलावा गत्खा दल ने अपने कार्यक्रम प्रस्तुत करके गुरूओं के पराक्रम का प्रदर्शन किया। इस बीच कई सामाजिक संगठनों ने नगर-कीर्तन भव्य स्वागत किया तथा विभिन्न स्थानों पर उन्हे जलपान करवाया। गुरू सिंघ सभा के प्रतिनिधि हैप्पी छाबड़ा ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि आज की युवा पीढ़ी एवं बच्चों को सिख इतिहास व चारों साहिबजादों के बलिदान से अवगत करवाने के लिए इस नगर कीर्तन का पहली बार आयोजन किया गया है। इस नगर कीर्तन को समूख्चे नगर की ओर से अपार समर्थन प्राप्त हुआ है।