डीपीएस जूनियर सफीदों में आयोजित “आगाज” नॉस्टैल्जिक रेट्रो नाइट’ कार्यक्रम में नन्हे कलाकारों ने मचाया धमाल

एस• के• मित्तल 
सफीदों,       डीपीएस सफीदों जूनियर में आज ‘आगाज ए नास्ट्रैल्जिक रेट्रो नाइट’ कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि एसडीएम सत्यवान सिंह मान एवं विशिष्ट अतिथि नगरपालिका चेयरपर्सन अनीता अदलखा ने शिरकत की। इस कार्यक्रम में गीता विश्वविद्यालय पानीपत के चांसलर एस पी बंसल, विद्यालय की प्राचार्या रजनी गुप्ता, कुणाल, नगरपालिका उप-प्रधान अखिल गुप्ता, कुणाल, नवीन भाटिया, चुने गए जनप्रतिनिधि व अभिभावक विशेष रूप से उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि एसडीएम सफीदों सत्यवान सिंह मान, विशिष्ट अतिथि अनीता अदलखा, गीता विश्वविद्यालय के चांसलर एसपी बंसल, प्राचार्या रजनी गुप्ता जी के कर- कमलों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया। कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत तिलक चंदन व तुलसी पात्र भेंट कर हुआ। प्राचार्या रजनी गुप्ता जी ने उपस्थित सभी अतिथियों व अभिभावक वृंद का अभिनंदन कर कार्यक्रम की रूपरेखा व कुआलाकब्स की गतिविधियों से परिचित कराया। उन्होंने बताया कि नन्हे- मुन्नों को थीम आधारित शिक्षा देकर इनके आधार को मजबूत किया जाता है और रटने की बजाय खेल -खेल में समझने पर अधिक बल दिया जाता है।
कृष्ण वंदना कर ‘आगाज’ रेट्रो नाइट कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। इस कार्यक्रम में कक्षा बडिंग, ब्लूमिंग, एक्सिडिंग व प्रथम के विद्यार्थियों ने ब्लैक एंड व्हाइट फिल्मों से लेकर 70 के दशक के अभिनेता राजकपूर ,शम्मी कपूर, राजेश खन्ना ,अमिताभ बच्चन व अभिनेत्रियां मीना कुमारी, वैजयंती माला, मधुबाला, साधना, नरगिस आदि द्वारा अभिनीत की गई फिल्मों के संगीत के मधुर तरानो पर थिरक कर सभी के हृदय में पुरानी यादें ताजा कर दीं।
इस कार्यक्रम में उपस्थित सभी अतिथियों, अभिभावक वृंद ने मंत्रमुग्ध होकर नन्हे-मुन्नों के इस कार्यक्रम की मुक्त कंठ से प्रशंसा करते हुए कहा कि सच में ही इस कार्यक्रम ने हृदय की वीणा के तारों को झंकृत कर दिया है। उन यादगार पलों को पुनः स्मरण करा दिया है जिनको हम आज भूल से गए थे। मुख्य अतिथि सत्यवान सिंह मान ने अपने संप्रेषण में कहा कि आज नि:संदेह शिक्षा का आधार मजबूत व संस्कारित होना चाहिए।
नन्हें-मुन्नों की गतिविधियों को देखकर यह कहा जा सकता है कि दिल्ली पब्लिक स्कूल जूनियर सफीदों व जींद में बच्चों को संस्कारों के साथ-साथ आध्यात्मिक व पारिवारिक माहौल भी प्रदान किया जाता है। ऐसा माहौल आज के युग में शिक्षा के वास्तविक अर्थ को समझाने में सक्षम है। गीता विश्वविद्यालय के चांसलर एस पी बंसल जी ने अभिभावकों से आग्रह किया कि वे अपने व्यस्त जीवन से बच्चों के लिए समय निकालें और उनके लिए आदर्श बनकर कार्य करें। बच्चे अधिकतर चीजें अभिभावकों व शिक्षकों का अनुकरण करके ही सीखते हैं।
जैसे हमारे घर परिवार में संस्कार होते हैं वही बच्चों में झलकते हैं। कार्यक्रम के समापन पर मुख्य अतिथि व अतिथि गण द्वारा बच्चों को सम्मानित किया गया और अतिथि वृंद को स्मृति चिन्ह व शाल भेंट की गई।

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