आर्थिक अपराध शाखा दो आरोपियों को किया काबू, एक दिन के रिमांड पर
एस• के• मित्तल
सफीदों, नगर के रेलवे रोड सफीदों स्थित कॉर्पोरेशन बैंक हाल यूनियन बैंक से फर्जी कागजात तैयार करके लाखों रुपये का लोन लेकर चुकता ना किए जाने के मामले में आर्थिक अपराध शाखा द्वारा सफीदों के गांव मुआना से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। बता दें कि आरोपियों द्वारा बैंक में जमीन की फर्जी जमाबंदी, गिरदावरी दी गई व जमीन पर अन्य लोन होने की बात छिपाकर लाखों रुपये का ऋण लिया हुआ था। आ
र्थिक अपराध शाखा ईंचार्ज उप निरीक्षक प्रेम सिंह ने बताया कि पुलिस ने बैंक मैनेजर की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ थाना शहर सफीदों में धोखाधड़ी सहित विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया व मामला जब आर्थिक अपराध शाखा के संज्ञान में आया तो जांच अधिकारी एएसआई विजय कुमार ने दो आरोपियों सुरेन्द्र सिंह व चन्द्रशेखर निवासी मुआना को काबू किया है। आरोपियों को अदालत में पेश करके एक दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है जिस दौरान गहनता से पूछताछ की जाएगी। पहले मामले में बैंक के प्रबंधक दीनदयाल ने 4 फरवरी 2022 को थाना शहर सफीदों पुलिस को शिकायत देकर कहा था कि मुआना निवासी कर्ण सिंह व सुरेन्द्र सिंह ने 10 लाख रुपए का कृषि लोन लेने के लिए बैंक में आवेदन किया था। कर्ण सिंह व सुरेन्द्र ने जमाबंदी दिखाई जिसके अनुसार वे गांव मुआना में 52 कनाल 13 मरले जमीन के मालिक थे।
सफीदों के कारपोरेशन बैंक में फर्जी कागजात देकर लाखों का लोन लेने का मामला
जमाबंदी पटवारी द्वारा हस्ताक्षर थी और रिकॉर्ड के अनुसार जमीन पर पहले से किसी बैंक का लोन बकाया नहीं था। दोनों आरोपियों ने बैंक की सभी कागजी कार्रवाई पूरी की और सभी रिपोर्टों के आधार पर दावा किया कि उनकी जमीन पर कोई लोन नहीं है। इसके बाद उन्होंने बैंक से 10 लाख रुपये का लोन लिया जो 14 फरवरी 2017 को बैंक की तरफ से वितरित किया गया। इसके बाद लंबे समय तक आरोपियों ने लोन नहीं लौटाया। बैंक ने जांच की तो पता चला कि आरोपियों ने कोटेक महिन्द्रा बैंक असंध से 70 लाख रुपये का भी लोन लिया हुआ है जिसका उनके रिकॉर्ड में कोई जिक्र नहीं था। आरोपियों ने बैंक के साथ धोखाधड़ी की है। बैंक मैनेजर की शिकायत पर पुलिस ने दो लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरु की गई जो इस मामले में आरोपी सुरेन्द्र निवासी मुआना को काबू किया गया है। इसी प्रकार दूसरे मामले की दी शिकायत में बैंक मैनेजर दीनदयाल ने कहा था कि मुआना निवासी धूम सिंह व उसके लडके चद्रशेखर ने बैंक में लोन लेने के लिए आवेदन किया था।
आरोपियों ने खुद को 351 कनाल व 7 मरला जमीन का मालिक बताया था। उन्होंने जमाबंदी भी पेश की। रिकॉर्ड के अनुसार जमीन पर कोई कर्ज नहीं था। सभी कागजात पूरे करके बैंक से उन्होंने 14 लाख 80 हजार रुपये की केसीसी फर्जी तरीके से प्राप्त की। उन्होनें समय पर लोन नहीं चुकाया। इसके बाद जांच में ये भी सामने आया कि उक्त जमीन पर ओबीसी मुआना से लोन लिया हुआ है। आरोपियों की जमीन 48 कनाल 2 मरले 7 लाख 37 हजार 997 रुपये के लोन की एवज में पहले ही ओबीसी बैंक मुआना द्वारा अटैच की हुई है। उन्होंने बताया कि आरोपी धूम सिंह उसकी मां, दो लडकों प्रवीण व चद्रशेखर ने मिलकर एचडीएफसी बैंक नरवाना से 19 लाख 10 हजार रुपये लोन लिया हुआ है जिसमें 9 लाख 60 हजार की बढ़ौतरी भी कराई हुई है। आरोपियों ने जिसका बैंक के सामने किसी प्रकार का जिक्र नहीं किया व बैंक के साथ फर्जी दस्तावेज के जरीए 14 लाख 80 हजार रुपये केसीसी लोन प्राप्त करके धोखाधडी की।