हरियाणा पुलिस ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट भारत के वीर पर नुंह में शहीद हुए DSP सुरेंद्र सिंह मांझू की बहादुरी की गाथा अपलोड कर दी है। जिसमें उनकी शहादत का पूरा जिक्र है। शहीद DSP की बहादुरी की गाथा हरियाणा पुलिस की वेबसाइट भारत के वीर पर अपलोड होने पर उनके बेटे सिद्धार्थ ने इस पर ट्वीट किया है।
बेटे ने लिखा कि हरियाणा पुलिस की अधिकारिक वेबसाइट पर पूज्य पिता जी बलिदानी अमर शहीद DSP सुरेंद्र सिंह के पराक्रम के वर्णन पढ़कर गर्व का अनुभव हुआ। मां भारती के अनेक अफसर पर्यावरण और देश की रक्षा में प्राणों की आहुति देकर हमें सुरक्षित रखते हैं। ऐसे महापुरुषों को शत- शत नमन।
ट्वीट
नौकरी का इंतजार कर रहा है परिवार
सिद्धार्थ ने बताया कि अभी हरियाणा पुलिस में उनकी नौकरी की प्रकिया चल रही है। अभी किस रैंक की नौकरी मिलेगी। इस बात की उन्हें जानकारी नहीं है। सरकार की ओर से मिलने वाले लाभ मिल चुके हैं। बता दें कि डीएसपी की शहादत के बाद सरकार ने उनके बेटे को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की थी। सिद्धार्थ कनाडा में अपने परिवार के साथ सैटल था।
डीएसपी की शहादत की गाथा
आयोग का कार्यकाल खत्म
शहीद सुरेंद्र सिंह की शहादत को लेकर बनाई गए जस्टिस एलएन मित्तल कमीशन को हरियाणा सरकार ने खत्म कर दिया। आयोग ने अपनी रिपोर्ट अक्टूबर 2022 में सरकार को सौंप दी थी। इसलिए अब आयोग की कंटीन्यूएंसी पर सरकार ने रोक लगाते हुए आयोग को खत्म कर दिया।
19 जुलाई 2022 को नुंह में हुई थी शहादत
हिसार के सारंगपुर गांव के पैतृक निवासी DSP सुरेंद्र सिंह नुंह में तैनात थे। नुंह के पंचगांव में डीएसपी सुरेंद्र सिंह अपने ड्राइवर और गनमैन के साथ 19 जुलाई 2022 को खनन एरिया का निरीक्षण करने गए। इस एरिया में अवैध खनन भारी मात्रा में होता था। जब DSP ने अवैध खनन होते देखा तो उन्हें पकड़ने का प्रयास किया। चालक ने DSP पर डंपर चढ़ा दिया। जिस कारण उनकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। पुलिस ने इस मामले में 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया था।
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