नागक्षेत्र तीर्थ की दुर्दशा पर विहिप व बजरंग दल कार्यकर्ताओं में रोष
एस• के• मित्तल
सफीदों, विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल के संयुक्त तत्वावधान में नगर के नागक्षेत्र सरोवर पर जोरदार सफाई अभियान चलाया गया। बता दें कि दोनों संगठनों के द्वारा सेवा सप्ताह मनाया जा रहा है। इस मौके पर विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री प्रमोद गौत्तम, जिला सह संपर्क प्रमुख सत्यदेव चौबे व बजरंग दल नगर संयोजक सतीश बलाना समेत अनेक कार्यकत्र्ता मौजूद थे। कार्यकत्र्ताओं ने इस ऐतिहासिक सरोवर प्रांगण के साथ-साथ घाटो की साफ-सफाई की और वहां से कुड़ा-कर्कट को हटाया।
सफीदों, विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल के संयुक्त तत्वावधान में नगर के नागक्षेत्र सरोवर पर जोरदार सफाई अभियान चलाया गया। बता दें कि दोनों संगठनों के द्वारा सेवा सप्ताह मनाया जा रहा है। इस मौके पर विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री प्रमोद गौत्तम, जिला सह संपर्क प्रमुख सत्यदेव चौबे व बजरंग दल नगर संयोजक सतीश बलाना समेत अनेक कार्यकत्र्ता मौजूद थे। कार्यकत्र्ताओं ने इस ऐतिहासिक सरोवर प्रांगण के साथ-साथ घाटो की साफ-सफाई की और वहां से कुड़ा-कर्कट को हटाया।
अपने संबोधन में विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री प्रमोद गौत्तम व जिला सहसंपर्क प्रमुख सत्यदेव चौबे ने कहा कि स्वच्छता एवं सफाई देशभक्ति के समान है। ईश्वर का आशीर्वाद पाने के लिए मन की पवित्रता के साथ-साथ शरीर एवं आसपास के परिवेश की स्वस्थता भी अनिवार्य है। जिस तरह एक स्वच्छ शरीर एक अस्वच्छ शहर में वास नहीं कर सकता, उसी तरह भगवान की पूजा का फल अस्वच्छ तीर्थ में फलित नहीं हो सकता। सफीदों नागक्षेत्र तीर्थ पौराणिक तीर्थ है और इसकी मान्यता दूर-दूर तक फैली हुई है। इस तीर्थ की सफाई की अव्यवस्था एवं दुर्दशा को देखकर कुरूक्षेत्र विकास बोर्ड, नगरपालिका, मंडल एवं जिला प्रशासन पर तरश आता है। महाभारतकालीन इस तीर्थ पर जन प्रतिनिधियों द्वारा भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
विश्व हिंदू परिषद एवं बजरंग दल सफीदों ने अपने साप्ताहिक सफाई अभियान के माध्यम से इस तीर्थ क्षेत्र को साफ करने हेतु अपने को संकल्पित किया है। उन्होंने नगरवासियों से निवेदन किया कि वे भी इस पुनीत कार्य में उनका सहयोग करके पुण्य के भागी बने। आखिर कब तक हम अपने ऐतिहासिक महत्व के तीर्थ को प्रशासन के भरोसे रखेंगे। वहीं बजरंग दल के संयोजक सतीश बलाना ने बताया कि इस सेवा सप्ताह के दौरान श्मशान घाटों, मंदिरों, धार्मिक स्थलों व धार्मिक तालाबों के घाटों की साफ-सफाई करके उनको सुव्यवस्थित किया जाएगा।
इस अभियान के तहत समाज के सहयोग से श्मशान घाट में बैठने की स्थाई कुर्सियों की व्यवस्था, श्मशान भूमि की चारदीवारी करवाने, वृक्षारोपण करवाने व लकडिय़ों की व्यवस्था करवाई जाएगी।