रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (RPF) के 39वें स्थापना दिवस पर हैदराबाद के मौला अली स्थित ट्रेनिंग सेंटर में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह दूसरा मौका है, जब यह कार्यक्रम दिल्ली से बाहर आयोजित किया गया है। इससे पहले पिछले साल यह लखनऊ में ऑर्गनाइज किया गया था। इसमें मौजूदा आरपीएफ जवानों के साथ रिटायर्ड कर्मचारी भी शामिल हुए।
कार्यक्रम में केंद्रीय राज्यमंत्री रावसाहिब पाटिल दानवे ने परेड की सलामी ली। इस परेड में 200 कर्मियों ने हिस्सा लिया। आरपीएफ जवानों ने मलखंब और अन्य शारीरिक करतबों का भी प्रदर्शन किया। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री ने 42 कर्मियों को विशिष्ट सेवाओं के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक और सराहनीय सेवाओं के लिए जीवन रक्षक पदकों से सम्मानित किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए दानवे ने कहा कि आरपीएफ रेलवे और इसके यात्रियों को सुरक्षित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। साथ ही रक्तदान, स्वच्छता और पौधरोपण जैसा सामाजिक कार्यों को भी संचालित करता है।
आरपीएफ की महत्वपूर्ण भूमिका को देखते हुए सरकार ने 20 सितंबर 1985 को सशस्त्र बल का दर्जा दिया गया था। इसके बाद से हर साल इस दिन को आरपीएफ अपना स्थापना दिवस मनाता है।