नेशनल सेफ्टी प्रोटोकॉल के संभावित उल्लंघन को लेकर एक ब्रिगेडियर-रैंक अधिकारी सहित करीब 18 रक्षाकर्मियों की अलग से जांच की जा रही है। ये सभी ‘पटियाला पेग’ नाम के एक व्हाट्सएप ग्रुप का हिस्सा थे।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने स्ट्रैटेजिक फोर्सेज कमांड (SFC) में तैनात भारतीय सेना के एक मेजर को सेवा से बर्खास्त कर दिया है। रक्षा और सुरक्षा प्रतिष्ठान के सूत्रों ने 31 अक्टूबर को बताया- हाई लेवल जांच में मेजर को राष्ट्रीय सुरक्षा मानदंड के उल्लंघन का दोषी पाया गया था। इसके बाद उसके खिलाफ यह कार्रवाई हुई है।
सेना ने मार्च 2022 में मेजर की गतिविधियों की जांच शुरू की थी। जांच में मेजर पर सेंसेटिव जानकारी रखने और उसे शेयर करने सहित संदिग्ध गतिविधियों में शामिल होने के आरोप सही पाए गए। जांच में पता चला है कि मेजर का सोशल मीडिया एक ऐसे ऑपरेटिव के साथ लिंक था, जिसके पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के लिए काम करने की जानकारी है।
व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़े थे कई अधिकारी
मेजर के फोन में कई ऐसी चीजें मिली हैं, जो सुरक्षा प्रोटोकॉल का उल्लंघन है। नेशनल सेफ्टी प्रोटोकॉल के संभावित उल्लंघन को लेकर एक ब्रिगेडियर-रैंक अधिकारी सहित करीब 18 रक्षाकर्मियों की अलग से जांच की जा रही है। ये सभी ‘पटियाला पेग’ नाम के एक व्हाट्सएप ग्रुप का हिस्सा थे। इस व्हाट्सएप ग्रुप में मेजर भी शामिल थे। इन अधिकारियों के खिलाफ भी सेना अगले कुछ हफ्तों में अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू कर सकती है।
न्यूज एजेंसी PTI ने सूत्रों के हवाले से कहा कि राष्ट्रपति (जो तीनों सेनाओं के सर्वोच्च कमांडर भी हैं) ने सेना अधिनियम 1950 के तहत अपनी शक्तियों का प्रयोग करते हुए करीब एक सप्ताह पहले मेजर की सेवाओं को समाप्त करने के आदेश पर साइन किए। यह आदेश सितंबर महीने के बीच में जारी किया गया था। राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद इसे अधिसूचित किया गया था। हालांकि, मेजर की बर्खास्तगी पर अभी कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं आई है।
पिछले साल से निलंबित है मेजर
सूत्रों ने बताया कि आरोप सामने आने के बाद अधिकारियों का बोर्ड नियुक्त किया गया। मेजर को पिछले साल निलंबित कर दिया गया था। जब उन्हें बर्खास्त किया गया, तब वे उत्तर भारत में SFC यूनिट में तैनात थे।
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