एस• के• मित्तल
सफीदों, राष्ट्रीय युवा पुरस्कार विजेता मंजू शर्मा द्वारा आगामी 15 अगस्त से घोषित महिलाओं, विशेषकर युवा पीढ़ी में संस्कारों के सृजन का अभियान छेडऩे की मुहीम को उनके श्रीमती सुषमा स्वराज स्टेट अवार्ड के लिए नामित होने से और हवा मिलेगी औऱ यह मुहीम जनांदोलन बन जाएगी।
सफीदों, राष्ट्रीय युवा पुरस्कार विजेता मंजू शर्मा द्वारा आगामी 15 अगस्त से घोषित महिलाओं, विशेषकर युवा पीढ़ी में संस्कारों के सृजन का अभियान छेडऩे की मुहीम को उनके श्रीमती सुषमा स्वराज स्टेट अवार्ड के लिए नामित होने से और हवा मिलेगी औऱ यह मुहीम जनांदोलन बन जाएगी।
रविवार को यहां यह दावा करते हुए अखिल भारतीय सैनी समाज के सचिव जेबी सैनी, सफीदों बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष सियाराम भारद्वाज, हरियाणा की अग्रणी जैविक किसान संतोष ने बताया कि वर्ष 2022-23 से हरियाणा सरकार ने स्वर्गीय सुषमा स्वराज की स्मृति में जो श्रीमती सुषमा स्वराज अवार्ड शुरू किया है उसके लिए चयन की प्रक्रिया में मंजू शर्मा का नाम ऊपर है।
उन्होंने कहा कि यह अवार्ड उन्हें मिलता है तो युवा पीढ़ी में संस्कारों के सृजन की मुहीम निश्चित रूप से प्रदेश भर के शैक्षिक संस्थानों से गावों की चौपालों तक पहुंचेगी जिससे सामाजिक माहौल में क्रांतिकारी सकारात्मक परिवर्तन होगा। बता दें कि वर्ष 2012-13 के लिए वर्ष 2014 में मंजू को राष्ट्रीय युवा पुरस्कार दिया गया था। उन्होने आगामी स्वतंत्रता दिवस से महिलाओं, विशेषकर युवा महिलाओं में संस्कारों के सृजन की मुहीम छेडऩे का ऐलान किया है।
Follow us on Google News:-