स्मार्ट बोर्डो से युक्त आधुनिक सुविधाओं से लेस होगा गुरुकुल
किसी कार्य में असफल होने पर घबराएं नहीं बल्कि आगे बढ़ने के करे प्रयास : अर्जुन राम मेघवाल
एस• के• मित्तल
जींद, जीवन में सफलता एक ऐसी चीज है जो हमारे जीवन को सार्थक बनाती हैं। जीवन में यह सीढ़ी का वह उत्तम बिंदु है जहां हम सभी पहुंचना चाहते हैं, सफलता के मुकाम तक पहुंचने के लिए हर कदम चुनौतियों से भरी होती है। हमें अपने जीवन में सफल होने के लिए इन सभी चुनौतियों का सामना करने और उन चुनौतियों पर खरा उतरने के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए ।
जींद, जीवन में सफलता एक ऐसी चीज है जो हमारे जीवन को सार्थक बनाती हैं। जीवन में यह सीढ़ी का वह उत्तम बिंदु है जहां हम सभी पहुंचना चाहते हैं, सफलता के मुकाम तक पहुंचने के लिए हर कदम चुनौतियों से भरी होती है। हमें अपने जीवन में सफल होने के लिए इन सभी चुनौतियों का सामना करने और उन चुनौतियों पर खरा उतरने के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए ।
यह शब्द केंद्रीय संसदीय एवं संस्कृति राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने पिल्लूखेड़ा के माता चन्नादेवी गुरुकुल में कहे वह शुक्रवार को गुरुकुल में आयोजित आर्य वीरांगना संस्कार एवं चरित्र निर्माण शिविर के समापन समारोह में बोल रहे थे। संसदीय संस्कृति मंत्री ने कहा कि संसार में सभी लोग सफल होना चाहते हैं इसके लिए वह दिन-रात मेहनत करते हैं लेकिन इसके बावजूद भी कभी-कभी वह सफलता प्राप्त नहीं कर पाते अपने जीवन में मेहनत और दृढ़ संकल्प के साथ की गई एक अच्छी कोशिश आप को सफल बना देती हैं।
इसलिए आप अपने जीवन में सफलता पाने के लिए हर नाकाम कोशिशों से कुछ न कुछ सीखने का प्रयास अवश्य करें इसे आप जल्द ही सफल हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि पहले समाज में माता-पिता लडक़े और लडक़ी में भेदभाव रखते थे। खिलाने पिलाने और पढ़ाने में भी लडक़ी की बजाए लडक़ों को प्राथमिकता दी जाती थी। अशिक्षा इसकी सबसे बड़ी वजह थी। लेकिन अब वह बीते जमाने की बात हो चुकी हैं।
आज लडक़ा और लडक़ी दोनों एक समान हैं। उन्होंने कहा कि जब से माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान की शुरुआत की थी तब से समाज में बेटियों के प्रति सम्मान मिला है। आज हमारी बेटियां देश के लिए शिक्षा, संस्कृति, उच्च तकनीकी तथा खेलों में गोल्ड मेडल लेकर देश और प्रदेश का नाम रोशन कर रही हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में जिक्र करते हुए बताया कि जब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे उस समय उनके बैंक खाते में जो राशि थी वह मुख्यमंत्री कार्यालय के कर्मचारियों की बेटियों के बैंक खाते में डालने का काम किया। देवीरूपी इन कन्याओं के आशीर्वाद के कारण आज वे इस मुकाम पर हैं।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की बेटियों के प्रति सकारात्मक सोच व उनके हित मे संचालित अनेकों योजनाओं के कारण देश में लिंगानुपात में सुधार हुआ है। श्री मेघवाल ने कहा कि हमें बड़े सपने देखने चाहिए और उन सपनों को साकार करने की रणनीति बनानी चाहिए क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत देश को एक सर्वश्रेष्ठ देश बनाने का जो सपना देखा था वह आज साकार होता दिखाई दे रहा है जिसके लिए प्रधानमंत्री दिन रात प्रयासरत हैं । उन्होंने कहा कि देश के पूर्व राष्ट्रपति माननीय ए पी जे अब्दुल कलाम ने अपने वैज्ञानिक समय के दौरान विज्ञान के क्षेत्र में अनेकों शोध किए जो देश हित में प्रेरणा के स्रोत हैं। मेघवाल ने कहा कि माननीय राष्ट्रपति पद से सेवा निवृत होने उपरांत कलाम ने कहा था कि मैं अध्यापक बनना चाहूंगा क्योंकि अध्यापक एक मोमबत्ती की तरह होता है जो स्वयं जलकर दूसरों को प्रकाश देता है। उन्होने कहा कि जीवन में लगातार प्रयासरत रहना चाहिए असफलता से कभी घबराना नहीं चाहिए। शिविर के समापन समारोह पर केंद्रीय संसदीय एवं संस्कृति राज्य मंत्री ने गुरुकुल में महर्षि दयानंद के जीवन को चरितार्थ करने के लिए राज्य सरकार के सहयोग से म्यूजियम बनाने की घोषणा की और गुरुकुल की छात्राओं के लिए स्मार्ट बोर्ड देने की घोषणा की जिससे आधुनिक समय में गुरुकुल की छात्राएं भी स्मार्ट पढ़ाई कर सके।
इस अवसर पर श्री मेघवाल ने गुरुकुल में बनी महर्षी दयानंद कंप्यूटर लैब का उद्घाटन भी किया। उन्होने सोनीपत लोकसभा क्षेत्र के सांसद रमेश कौशिक से बात कर उनकी तरफ से गुरुकुल में छात्रावास के लिए 10 लाख रुपए की राशि दिलवाने की भी घोषणा की। कार्यक्रम में गुरुकुल की छात्राओं द्वारा एक से बढक़र एक योगासन, प्राणायाम, मेलेजियम,भाषण प्रतियोगिता, कराटे अभ्यास, कविता तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि प्रस्तुत किए गए।
इस अवसर पर आर्य प्रतिनिधि सभा हरियाणा के प्रधान मास्टर रामपाल गुरुकुल के संचालक स्वामी धर्मदेव जी, प्रधान संजीव मुआना, राजस्थान से आए आचार्य सोमदेव जी, डॉक्टर अनिल कुमार, पंकज भारद्वाज, आरके मिश्रा, सभा के मंत्री उमेश शर्मा, जयपाल आर्य, सतीश आर्य व छात्राओं के अभिभावक मौजूद रहे।