हरियाणा के महेंद्रगढ़ में भी छठ पूजा का पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया गया। बिहार से आए हुए परिवार के लोगों ने व्रत रखकर। रविवार शाम को डूबते हुए सूरज को अर्घ्य दिया। वही महिला व पुरुष मकान के अंदर बड़ा सा तालाब नुमा गड्ढा बनाकर उसकी सजावट की गई। उसके अंदर स्नान कर पानी के अंदर खड़े होकर सूर्य भगवान को अर्घ्य दिया। सोमवार को उगते हुए सूरज को अर्घ्य देकर व्रत खोला जाएगा।
छठ पूजा के लिए एकत्रित हुई महिलाएं।
बिहार से आए परिवार जो छठ पूजा पर्व मना रही अमिता ने जानकारी देते हुए बताया कि यह पर्व जैसे आप दिवाली मनाते हो, उसी प्रकार हमारे बिहार में इस पर्व को बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। इस व्रत को 3 दिन तक किया जाता है। इस दिन महिलाएं या पुरुष अपने संतान के स्वास्थ्य और दीर्घायु होने के लिए यह व्रत किया जाता है। छठ को डूबते हुए सूरज को अर्घ्य दिया जाता है, वही सप्तमी को उगते हुए सूर्य भगवान को अर्घ्य देकर व्रत को खोला जाता है।
जमीन पर लेट कर कार्यक्रम स्थल तक पहुंची महिला।
अमिता ने बताया कि उनके पति बीमार हो गए थे, इसको लेकर उन्होंने छठ माता के से मन्नत मांगी थी कि मेरे पति को जल्दी स्वस्थ लाभ हो। उनकी मन्नत पूरी होने पर उन्होंने अपनी संतान के स्वास्थ्य व अपने पति की लंबी उम्र के लिए यह व्रत रखा था। वह जमीन पर बार-बार लेटती हुई खड़ी होती हुई, प्रोग्राम स्थल तक पहुंची।
उसके बाद उन्होंने छठ माता की पूजा अर्चना की। रविवार शाम को डूबते हुए सूरज को अर्घ्य दिया। सोमवार को उगते हुए सूर्य भगवान को अर्घ्य देकर व्रत खोल कर भोजन ग्रहण किया जाएगा। इस अवसर पर स्थानीय महिलाऐं भी काफी संख्या में उपस्थित थी।