PNB बैंक चेस्ट राजधानी इंफाल से लगभग 80 किमी दूर उखरूल शहर में स्थित है। यहां से बैंक और ATM में पैसे भेजे जाते हैं।
मणिपुर में पंजाब नेशनल बैंक चेस्ट से बदमाशों ने 18.80 करोड़ रुपये कैश लूट लिए। सभी लुटेरे नकाब पहनकर आए थे। उन्होंने स्टॉफ को बाथरूम में बंद कर दिया। इसके बाद कैशियर से तिजोरी का ताला खुलवाकर पैसे लेकर भाग गए।
यह घटना गुरुवार को उखरुल जिले में हुई। पुलिस ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी। पुलिस ने अपराधियों की पहचान के लिए CCTV फुटेज की जांच शुरू कर दी है।
राजधानी इंफाल से लगभग 80 किमी दूर है बैंक
PNB बैंक चेस्ट राजधानी इंफाल से लगभग 80 किमी दूर उखरूल शहर में स्थित है। यहां से बैंक और ATM में पैसे भेजे जाते हैं। जिसकी वजह से काफी कैश रखा था।
पुलिस अधिकारियों ने बताया, 30 नवंबर को दोपहर अत्याधुनिक हथियारों से लैस कुछ लुटेरे बैंक पहुंचे। उन्होंने बैंक के गार्ड्स को अपने कब्जे में ले लिया और स्टॉफ को बंदूक दिखाकर धमकाया।
बदमाशों में से कुछ ने कैमोफ्लॉज ड्रेस पहनी थी
अधिकारियों ने बताया कि बदमाशों में से कुछ ने कैमोफ्लॉज ड्रेस पहनी थी। उन्होंने बैंक के कैशियर को बंदूक की नोक पर तिजोरी खोलने के लिए कहा और पैसे लूट लिए। फिलहाल उखरूल पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कर लिया गया है।
मणिपुर में 3 मई से हिंसा, 187 की मौत
मणिपुर में 3 मई से कुकी और मैतेई समुदाय के बीच हिंसा के बाद अब तक 187 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 1 हजार से ज्यादा लोग घायल हुए।
मणिपुर में 3 मई से जारी हिंसा में अब तक 187 लोगों की मौत हो चुकी हैं। वहीं 1 हजार से ज्यादा लोग घायल हुए।
मणिपुर में नवंबर में हुए घटनाक्रम
- 1 नवंबर: इंफाल में देर रात 31 अक्टूबर को हुई SDOP की हत्या से नाराज भीड़ ने मणिपुर राइफल्स के शिविर पर हमला किया था। इनका मकसद हथियार लूटना था। हालांकि सुरक्षाकर्मियों ने कई राउंड हवाई फायरिंग कर भीड़ को तितर-बितर कर दिया।
- 5 नवंबर: इंफाल पश्चिमी जिले से दो युवक सेकमाई इलाके में जाने के लिए निकले थे। उसके बाद से दोनों की कोई खबर नहीं है। पुलिस ने लापता मैबम अविनाश (16) और निंगथोउजाम एंथनी (19) के मोबाइल सेनापति जिले में पेट्रोल पंप के पास से बरामद किए। राज्य में मोबाइल इंटरनेट पर बैन 8 नवंबर तक बढ़ा दिया गया है।
- 6 नवंबर: मणिपुर पुलिस ने 3 लोगों को हिरासत में लिया। इन पर दो युवकों के अपहरण का आरोप है। लापता युवकों के परिजन ने राज्यपाल अनुसुइया उइके और पुलिस से शिकायत की। साथ ही इंफाल में रैली निकाली। रास्ते जाम कर प्रदर्शन किया।
- 7 नवंबर: मणिपुर के कांगचुप इलाके में 7 नवंबर को गोलीबारी हुई, जिसमें 2 पुलिसकर्मियों, एक महिला समेत 9 लोग घायल हो गए। सात लोगों को रिम्स तो 3 लोगों को राज मेडिसिटी हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया।
- 9 नवंबर: इंफाल में महिला समेत दो लोगों का शव बरामद। पुलिस ने बताया, शव की आंखों पर पट्टी बंधी थी जबकि हाथ पीछे से बंधे थे। वहीं सिर पर गोली लगने के निशान मिले।
हिंसा के चलते मणिपुर देश का पहला ऐसा राज्य बन गया है, जहां जिलों से लेकर सरकारी दफ्तर तक सब कुछ दो समुदायों में बंट चुके हैं।
मणिपुर के मौजूदा हालात…
- मणिपुर में जिलों से लेकर सरकारी दफ्तर तक सब कुछ दो समुदायों में बंट चुके हैं। पहले 16 जिलों में 34 लाख की आबादी में मैतेई-कुकी साथ रहते थे, लेकिन अब कुकी बहुल चुराचांदपुर, टेंगनाउपोल, कांगपोकपी, थाइजॉल, चांदेल में कोई भी मैतेई नहीं बचा है। वहीं मैतेई बहुल इंफाल वेस्ट, ईस्ट, विष्णुपुर, थोउबल, काकचिंग, कप्सिन से कुकी चले गए हैं।
- कुकी इलाकों के अस्पतालों को मैतई डॉक्टर छोड़कर चले गए हैं। इससे यहां इलाज बंद हो गया। अब कुकी डॉक्टर कमान संभाल रहे हैं। सप्लाई नहीं होने से यहां मरहम-पट्टी, दवाओं की भारी कमी है।
- सबसे ज्यादा असर स्कूलों पर हुआ है। 12 हजार 104 स्कूली बच्चों का भविष्य अटक गया है। ये बच्चे 349 राहत कैंपों में रह रहे हैं। सुरक्षाबलों की निगरानी में स्कूल 8 घंटे की जगह 3-5 घंटे ही लग रहे हैं। राज्य में 40 हजार से ज्यादा जवान तैनात हैं।
- हिंसा के बाद से अब तक 6523 FIR दर्ज हुई हैं। इनमें ज्यादातर शून्य FIR हैं। इनमें 5107 मामले आगजनी, 71 हत्याओं के हैं। सीबीआई की 53 अधिकारियों की एक टीम 20 मामले देख रही है।
- इंफाल वेस्ट, इंफाल ईस्ट, झिरिबम, विष्णुपुर, थोउबल, चुराचांदपुर और टेंगनाउपोल, कांगपोकपी, काकचिंग, फेरजॉल में कर्फ्यू लगा है। जबकि सेनापति, उर्खुल, कामजोंग, टेमेंगलोंग, नॉने और कप्सिन में शाम 6 से सुबह 5 बजे तक कर्फ्यू लगा है।