केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मिलता हुआ मंडकोला नौरंगाबाद कट संघर्ष समिति का प्रतिनिधि मंडल व केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे पर उतार-चढ़ाव के लिए कट मांगने वाले हरियाणा के नूंह व पलवल जिले के 80 गांवों के किसानों को आखिरकार जीत मिल गई। सोमवार को पांच सदस्यों का प्रतिनिधिमंडल केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्ण पाल गुर्जर की अगुवाई में दिल्ली स्थित केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मिला। प्रतिनिधि मंडल के सदस्य एवं मंडकोला नौरंगाबाद कट संघर्ष समिति के संयोजक बलजीत डागर ने इसकी पुष्टि की।
जहां प्रतिनिधिमंडल ने अपनी कट की मांग को प्राथमिकता से रखा। केंद्रीय मंत्री ने मांग को ध्यान से सुना और उसे जायज माना। जिस पर विभागीय अधिकारियों से बातचीत के बाद केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने हाईवे पर कट देने की मंजूरी दे दी। यह कट सिलानी रोड पर होगा। जहां से हरियाणा सरकार इसे PWD के माध्यम से नूंह-पलवल रोड पर भी जोड़ सकती है।
सिलानी रोड पर दिया जाएगा कट
मंडकोला-नौरंगाबाद कट संघर्ष समिति के संयोजक बलजीत डागर ने बताया केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से बातचीत बहुत ही अच्छे तरीके से हुई। उन्होंने लोगों की मांग को समझते हुए कट के लिए अधिकारियों को आदेश दे दिए हैं। यह कट जंक्शन से KMP रोड के साथ चलकर सिलानी रोड पर दिया जाएगा। यहां से हरियाणा सरकार इसे आसानी से नूंह पलवल रोड पर भी ला सकती।
इधर-उधर जाना होगा आसान
उन्होंने कहा कि कट से यहां विकास को बढ़ावा मिलेगा और लोगों का इधर-उधर जाना आसान होगा। इस कट के दूरगामी परिणाम सुखद होंगे। जो इलाके को खुशी और समृद्धि देगा। उन्होंने बताया मंगलवार को केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर इस धरने का समापन कराएंगे।
80 गांवों की संयुक्त मांग को मंजूरी
यह नूंह-पलवल जिले के 80 गांवों की संयुक्त मांग थी। इन दोनों जिले के किसानों की हजारों एकड़ भूमि इस हाईवे में गई है। जहां कट की मांग है वो ऐसा जंक्शन है, जहां दिल्ली-मुंबई हाईवे, कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेस वे तथा फरीदाबाद हाईवे आकर तीनों मिलते हैं। कट दिया जाता है तो नूंह व पलवल जिले के लोगों को इन हाईवे का फायदा होगा। एक जनवरी 2023 से यहां लगातार धरना चालू है। जिसमें 11 किसान प्रतिदिन भूख हड़ताल पर भी रहते हैं।