पंचायती चुनावों को लेकर नो ड्यूज के लिए लोग खाते रहे धक्के
बिजली महकमें ने प्रशासनिक आदेश किए हवा-हवाई
लापरवाह कर्मचारियों को घर बैठाए सरकार – ग्रामीण
एस• के• मित्तल
सफीदों, नगर का बिजली महकमा सरकार व प्रशासनिक आदेशों को उस वक्त हवा-हवाई करते हुए दिखाई दिया जब पंचायती राज चुनावों को लेकर नो ड्यूज लेने वाले लोग बिजली कार्यालय के धक्के खाते रहे लेकिन महकमें के कर्मचारी कार्यालय ही नहीं पहुंचे। शनिवार को विभाग कार्यालय के कमरे तो खुले लेकिन उन कमरों में कोई कर्मचारी बैठा हुआ नजर नहीं आया। इस मामले को लेकर अनेक गांवों से नो ड्यूज लेने आए लोगों में भारी रोष देखने को मिला और लापरवाह कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग सरकार से की।
बहादुरगढ़ गांव से विकास, सिल्लाखेड़ी गांव की मुकेश, खेड़ा खेमावती गांव के सोहन लाल व सिंघाना गांव के सुखपाल समेत अनेक ग्रामीणों ने बताया कि वे सुबह ही नो ड्यूज के लिए बिजली कार्यालय पहुंच गए थे। कार्यालय के सभी दरवाजे तो खुले हुए मिले लेकिन उनमें कोई अधिकारी व कर्मचारी बैठा हुआ नजर नहीं आया। यहां पर किसी प्रकार की जानकारी देने के लिए कोई कर्मचारी नहीं मिला। उसके बाद उन्होंने एसडीओ को फोन मिलाया तो उन्होंने बताया कि वे छुट्टी पर है। फिर उन्होंने एक्सईएन को फोन घुमाया तो उन्होंने कहा कि कुछ ही मिनटों में कर्मचारी कार्यालय पहुंच रहे हैं लेकिन काफी देर तक कोई कर्मचारी वहां पर नहीं पहुंचा। उसके उपरांत एक्सईएन ने फोन नहीं उठाया। ग्रामीणों का कहना है कि वे पिछले कई दिनों से बिजली दफ्तर के चक्कर काट रहे हैं लेकिन उन्हे एनओसी नहीं दी जा रही है। विभाग के कर्मचारी उनके साथ बुरा बर्ताव करते हैं। उनके पास अधिकतर विभागों की एनओसी पूरी हो चुकी है, सिर्फ बिजली विभाग की एनओसी बाकी है। बिजली विभाग के कर्मचारी काम करने की बजाए फालतू बातों की तरफ ध्यान रहे है तथा जान-बुझकर ग्रामीणों को परेशान किया जा रहा है। उनका कहना है कि एसडीएम सत्यवान मान व अन्य अधिकारीगण उनके गांव में मीटिंग लेने के लिए पहुंचे थे।
वहां पर एसडीएम ने आश्वासन दिया था कि नो ड्यूज के लिए किसी को भी दिक्कत नहीं आने दी जाएगी। प्रशासन के सभी महकमों को साफ निर्देश दिए गए थे कि नो ड्यूज के लिए कर्मचारी तत्परता से कार्य करें तथा किसी भी उम्मीदवार को दिक्कत ना आने दें लेकिन बिजली कर्मचारी प्रशासनिक आदेशों को धत्ता बता रहे हैं। ग्रामीणों का कहना था कि अगर उन्हे एनओसी नहीं मिली तो वे कैसे चुनाव लड़ पाएंगे क्योंकि उनका इसके बिना नामांकन नहीं होगा। यह उनके हकों के साथ सरासर कुठाराघात तो होगा ही साथ ही साथ लोकतंत्र पर भी चोट पहुंचेगी। ग्रामीणों ने साफ किया कि अगर बिजली विभाग की एनओसी के बिना उनका नामांकन नहीं हुआ तो उसकी सारी जिम्मेवारी महकमें व प्रशासन की होगी। इस मामले में दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के शहरी एसडीओ दिनेश कुमार ने कहा कि कर्मचारी कार्यालय में ही थे। शनिवार को करीब 30 उम्मीदवारों को नो ड्यूज देने का कार्य किया गया है। नो ड्यूज देने में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं की जा रही है।
लैंड मॉर्गेज बैंक के बाहर उमड़ी भारी भीड़
नो ड्यूज लेने वालों की भारी भीड़ शनिवार को भी लैंड मॉर्गेज बैंक के बाहर भी उमड़ी रही। बैंक के बाहर विभिन्न गांवों से आए सैंकड़ों लोग जमा रहे है। भीड़ को देखकर बैंक के कर्मचारियों ने बैंक के दरवाजे अंदर से बंद कर दिए और लोग बाहर खड़े रहे। बैंक के दरवाजे करीब दो घंटे बंद रहे।
किसी ने मामले की सूचना मीडिय़ा को दी। मौके पर जब मीडिया पहुंची तो इस बात की भनक बैंक कर्मचारियों को लग गई और उन्होंने तत्काल दरवाजा खोल दिया। बैंक के 2 घंटे तक दरवाजा बंद रहने के कारण नो ड्यूज लेने के लिए आए लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा तथा बैंक कर्मचारियों के प्रति गहरा रोष देखने को मिला। बता दें कि इस बैंक की उपमण्डल स्तर पर एक ही शाखा है।