महिलाओं ने एसडीएम के खिलाफ की जमकर नारेबाजी
महिलाओं का आरोप: दो घंटे खड़ी रही लेकिन ज्ञापन लेने नहीं आए एसडीएम
एसडीएम का कहना: व्यस्त था पालिका चुनावों की कार्रवाई में
एसडीएम सत्यवान मान ने महिलाओं को दिया ठेका ना खोलने का आश्वासन
एस• के• मित्तल
सफीदों,
नगर के विश्वकर्मा मंदिर के पास बस्ती के बीच शराब का ठेका खोलने के विरोध में महिलाओं ने सड़क पर जाम लगा दिया। महिलाओं ने एसडीएम के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। महिलाओं को मनाने के लिए तहसीलदार अजय कुमार मौके पर पहुंचे लेकिन महिलाएं नहीं मानी। महिलाओं ने साफ तौर पर कहा कि जब तक एसडीएम उनके पास ठेका ना खोलने का लिखित में आश्वासन नहीं दे देते तब तक वे यहां से हटने वाली नहीं हैं।
बता दें कि नगर के विश्वकर्मा मंदिर के पास नया शराब का ठेका खोला जा रहा है। 4 दिन पहले भी महिलाओं ने इस ठेके के खोलने के विरोध में जाम लगाया था। जिस पर प्रशासन ने ठेका ना खोलने का आश्वासन देकर जाम खुलवा दिया था लेकिन ठेका खोलने की प्रक्रिया धीरे-धीरे चलती रही। जिससे क्षुब्ध होकर महिलाएं सोमवार को नगर के मिनी सचिवालय में एसडीएम सत्यवान मान से मिलने के लिए पहुंची थी। महिलाएं करीब 2 घंटे तक एसडीएम कार्यालय के बाहर तपती दोपहरी में खड़ी रही लेकिन ना तो एसडीएम सत्यवान मान और ना ही प्रशासन का कोई अधिकारी महिलाओं से मिलने के लिए पहुंचा। उसके बाद तो महिलाओं का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया।
महिलाएं मिनी सचिवालय से कूच करके सीधी विश्वकर्मा मंदिर के पास पहुंची और सड़क जाम करके बैठ गईं और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इसी बीच इसी कालोनी की संतोष भयंकर गर्मी के कारण चक्कर खाकर गिर गई। जिससे उसे कुछ चोटें आई हैं। उसके बाद लोगों ने धरनारत्त महिलाओं के ऊपर तिरपाल लगाकर छांव की गई। काफी देर के बाद तहसीलदार अजय कुमार मौके पर पहुंचे लेकिन महिलाओं ने गो बैक के नारे लगाने शुरू कर दिए। काफी मिन्नतें करने के उपरांत भी उग्र महिलाएं तहसीलदार से मिलने के लिए तैयार नहीं हुई। वहीं सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सिटी थाना प्रभारी सुरेश कुमार भी मौके पर पहुंचे। महिलाओं का साफतौर पर कहना था कि जब तक एसडीएम सत्यवान मान यहां पर आकर उनकी बात नहीं सुनते और लिखित में ठेका ना खोलने का आश्वासन नहीं दे देते तक तक वे यहां से उठने वाली नहीं है।
अभी तो उन्होंने अस्थाई व्यवस्था की है और अगर ठेका नहीं हटाया गया तो वे पक्का धरना देने को मजबूर होंगी। उसके बाद एसडीएम सत्यवान मान मौके पर पहुंचे। जैसे ही एसडीएम गाड़ी से उतरे महिलाओं ने उनके खिलाफ नारेबाजी करनी शुरू कर दी। जैसे-तैसे एसडीएम वहां पर पहुंचे तो महिलाओं और कालोनी के लोगों ने साफ किया कि जब तक यहां से ठेका लिखित रूप में हटा नहीं दिया जाता तब तक वे धरना उठाने वाले नहीं है और वे बड़ी से बड़ी कुर्बानी देने से पीछे नहीं हटेंगे। महिलाओं ने एसडीएम को ज्ञापन देकर कहा कि जिस स्थान पर यह ठेका खोला जा रहा है वहां पर विश्वकर्मा मंदिर, एक अस्पताल, स्कूल है। इस ठेके के खुलने से महिलाओं व बच्चों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा तथा युवा पीढ़ी पर बुरा असर पड़ेगा।
महिलाओं की बात सुनकर एसडीएम सत्यवान मान ने कहा कि वे पालिका चुनावों की प्रक्रिया में व्यस्त थे। जिसके कारण उन्हे दिक्कतों का सामना करना पड़ा। एसडीएम ने महिलाओं को आश्वासन दिया कि यह ठेका कहीं ओर शिफ्ट कर दिया जाएगा। जिसके कुछ समय सिटी थाना प्रभारी सुरेश कुमार प्रशासन की ओर से लिखित आश्वासन लेकर महिलाओं के बीच पहुंचे। लिखित में आश्वासन लेकर महिलाओं व कालोनीवासियों ने धरना उठा लिया।