एस• के• मित्तल
सफीदों, नर्सिंग कॉलेज की छात्राओं ने बसों के ना रूकने एवं छेड़छाड़ की घटनाओं से परेशान होकर वीरवार को सफीदों-पानीपत सड़क मार्ग स्थित गांव अंटा मोड के पास करीब सुबह 8 बजे रोड जाम कर दिया। जाम लगने के कारण सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गई।
सफीदों, नर्सिंग कॉलेज की छात्राओं ने बसों के ना रूकने एवं छेड़छाड़ की घटनाओं से परेशान होकर वीरवार को सफीदों-पानीपत सड़क मार्ग स्थित गांव अंटा मोड के पास करीब सुबह 8 बजे रोड जाम कर दिया। जाम लगने के कारण सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गई।
मामले की सूचना प्रशासन को मिली तो मौके पर सिटी थाना सफीदों से सब इंस्पेक्टर रिसाल सिंह मौके पर पहुंचे और छात्राओं को समझाने-बुझाने का प्रयास किया लेकिन छात्राओं ने यह कहकर जाम खोलने से मना कर दिया कि जब तक उन्हे किसी आलाधिकारी के द्वारा लिखित आश्वासन नहीं दे दिया जाता तब तक वे जाम को नहीं खोलेंगी। छात्राओं का कहना था कि कोरोनाकाल के पश्चात से ही उन्हे लगातार इस समस्या का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने सफीदों के सरला देवी महिला कालेज में चल रहे नर्सिंग कालेज में दाखिला लिया हुआ है लेकिन हॉस्टल उन्हे कॉलेज से लगभग 5 किलोमीटर दूर पीडीएम कॉलेज में दिया हुआ है।
वे हर रोज सफीदों कालेज जाने के लिए पानीपत रोड पर आकर खड़ी हो जाती हैं लेकिन सरकारी बस वाले यहां पर अपनी बसों को नहीं रोकते। अगर कोई प्राइवेट बस रूकती है तो उनके परिचालक उनका बस पास मानने से इनकार कर देते हैं और उनसे टिकट के पैसे मांगते हैं। कई बार बस वाले सवारियों को उतारने के लिए यहां पर हलके से ब्रेक मारते हैं और सवारियों को उतारकर उसे भगा लेते हैं। इस दौरान वे बस में चढऩे का प्रयास करती हैं तो गंभीर हादसा होने का खतरा बना रहता है। उन्होंने बताया कि हॉस्टल से डीसी फार्म के बीच का अंतर लगभग 300 मीटर का है। वे पैदल डीसी फार्म की ओर कूच करती हैं तो आवारा किस्म के युवक उनके साथ टोकाटाकी व फब्तियां कसते हैं। उन्होंने सरकार से मांग की कि नर्सिंग कालेज की छात्राओं के लिए 2 बसें स्थाई रूप से लगाई जाएं ताकि उन्हे असुविधा का सामना ना करने पड़े।
उनका कहना था कि वे इस समस्या को लेकर कालेज, प्रशासनिक व रोडवेज अधिकारियों से कई बार मिल चुकी हैं लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है। जिसके कारण उन्हे मजबूरन यह जाम लगाना पड़ा है। करीब पौने 3 घंटे तक चले जाम के बाद नायब तहसीलदार व परिवहन विभाग के सुरेश कुमार मौके पर पहुंचे और उन्होंने छात्रों को समझाया-बुझाया। काफी मशक्कत के बाद परिवहन विभाग से आए डीआई सुरेश कुमार ने छात्राओं को लिखित आश्वासन दिया। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि यहां पर एक कर्मचारी की ड्यूटी भी लगाई जाएगी जो रोडवेज की बसों को यहां पर रूकवाएंगा और छात्राओं को उसमें बैठाएगा। उसके पश्चात छात्राओं ने प्रशासन को 15 दिन का अल्टीमेटम देते हुए यह कहकर जाम खोल दिया कि अगर यहां पर बसों के रूकने की स्थाई व्यवस्था नहीं हुई तो वे फिर से यहां पर जाम लगा देंगी।
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