बंबीहा गैंग के 2 और मेंबर्स चंडीगढ़ पुलिस के हत्थे चढ़े हैं। चंडीगढ़ पुलिस के ऑपरेशन सेल ने इन्हें पकड़ा है। इनकी पहचान मोहाली में गिलको वैली निवासी साहिल उर्फ मुकुल राणा(26) और सेक्टर 45 बुड़ैल के जिम्मी बंसल(29) के रूप में हुई है। साहिल मूल रूप से चंडीगढ़ के मलोया का रहने वाला है। इससे पहले हाल ही में बंबीहा गैंग के 5 मेंबर्स पकड़े गए थे। इनके निशाने पर पंजाबी सिंगर बब्बू मान और मनकिरत औलख थे।
गैग मेंबर्स चंडीगढ़ समेत ट्राईसिटी में व्यापारियों, होटल, नाइट क्लब, रेस्टोरेंट मालिकों, बिल्डर्स और प्रॉपर्टी डीलर्स को डरा वसूली कर वसूली करते थे।
सेक्टर 49 थाने में दर्ज केस
बता दें कि बंबीहा गैंग को विदेश में बैठा लक्की पटियाल चला रहा है। व्हट्स एप और बाकी सोशल मीडिया के जरिए वह गैंग को इंडिया में ऑपरेट कर रहा है। पकड़े गए दोनों गैंग मेंबर्स की गिरफ्तारी बीते 12 मार्च को सेक्टर 49 पुलिस स्टेशन में फिरौती मांगने , आपराधिक साजिश रचने और आर्म्स एक्ट के तहत दर्ज केस में की गई है।
सेक्टर 17 से किया काबू
पुलिस ने खुफिया जानकारी के आधार पर सेक्टर 17 बस स्टैंड के पास सर्कस ग्राउंड के नजदीक से पहले मुकुल राणा की गिरफ्तारी की। उसके कब्जे से 09 एमएम की पिस्टल और 8 कारतूस तथा एक मैगजीन मिली। उसके 3 दिन के पुलिस रिमांड के दौरान हुए खुलासे के बाद जिम्मी बंसल की गिरफ्तारी हुई जिसे मुकुल ने एक हथियार दिया हुआ था। उसके कब्जे से देसी कट्टा और 2 कारतूस मिले।
पहले भी दर्ज हैं आपराधिक केस
साहिल राणा पर मोहाली के डेरा बस्सी में एक्साइज एक्ट का केस दर्ज है। वह फाइनेंसर का काम करता था। दूसरी ओर जिम्मी बंसल पर पहले से सेक्टर 17 पुलिस थाने में नवंबर, 2014 में डकैती का एक केस दर्ज है। वह भी फाइनेंसर का काम करता था। इन दोनों को मिलाकर बीते कुछ दिनों में ऑपरेशन सेल द्वारा बंबीहा गैंग के 7 मेंबर्स काबू किए जा चुके हैं।
पहले यह चढ़े थे हत्थे
इससे पहले ऑपरेशन सेल ने बुड़ैल के मन्नू बट्ठा(29), मलोया के कमलदीप उर्फ किम्मी(26), संजीव उर्फ संजू(23), चेतन और पंचकूला के अमन उर्फ विक्की(29) को गिरफ्तार किया था। बीते 12 मार्च से 30 मार्च के बीच यह सब गिरफ्तारियां हुई हैं। इनके कब्जे से 3 पिस्टल, एक रिवाल्वर, कारतूस और मैगजीन मिली थी।
बाउंसर सुरजीत मर्डर प्लान बनाया
कमलदीप ने पुलिस पूछताछ में कबूला था कि उसने वर्ष 2020 में बाउंसर सुरजीत सिंह की सेक्टर 38 में मर्डर की योजना बनाई थी। वह प्रिंस का दोस्त है जो कनाडा में है और पहले खुड्डा अली शेर में रहता था। उसे सुरजीत की हत्या से सप्ताह भर पहले प्रिंस की कॉल आई थी। उसने दो शूटर्स के बारे में बताया था प्रिंस ने कमलदीप को उन्हें लोजिस्टिक स्पोर्ट देने के लिए कहा था। इनके नाम नीरज गुप्ता उर्फ चस्का और दीपक मान था। कमलदीप ने उन्हें लोजिस्टिक स्पोर्ट पहुंचाई। वहीं मुकुल राणा ने सुरजीत की रेकी करने में शूटर्स की मदद की।
आरोपी मन्नू पर 2 केस दर्ज
पुलिस के मुताबिक मन्नू पर पहले भी सेक्टर 34 थाने में वर्ष 2022 में एक्साइज एक्ट और झगड़े के 2 केस दर्ज किए गए थे। वह दसवीं फेल और प्राइवेट फाइनेंसर का काम करता था। वहीं अमन ने BSC की हुई है और कमलदीप और संजीव के साथ TDI माल, सेक्टर 18, खरड़ में डाउन टाउन कैफे चला रहा था। संजीव दसवीं पास है। वहीं कमलदीप 12वीं पास है।
मुकुल ने हथियार मुहैया करवाए थे
जब नीरज चस्का पकड़ा गया तो कमलदीप घबरा गया था। उसे लगा कि विरोध गैंग उसे मार सकता है। उसने इसे लेकर मुकुल राणा और प्रिंस को बताया। ऐसे में प्रिंस के कहने पर मुकुल ने उसे और संजीव व अमन को हथियार मुहैया करवाए थे।
वॉट्सऐप पर होती थी बात
अमन ने पुलिस पूछताछ में बताया था कि वह प्रिंस का दोस्त है और वॉट्सऐप पर अक्सर उससे बात होती थी। उसने उसे और कमलदीप को दूसरे गैंग से बचने के लिए हथियार मुहैया करवाया था। प्रिंस ने अमन से पूछा था कि क्या उसका जम्मू कश्मीर में कोई कनेक्शन है? अमन के पूछने पर उसने बताया कि उसने सिद्धू मूसेवाला के हत्यारों से बदला लेना है। इसके लिए बब्बू मान और मनकीरत औलख को मारना है। इसके लिए AK47 जैसे बड़े हथियारों की जरूरत पड़ेगी। यह श्रीनगर ने लाने होंगे।
बलजीत और गगन को मारने के लिए हथियार मुहैया करवाए
प्रिंस ने अमन से कहा था कि अगर उसका कोई श्रीनगर में है तो वह उसे हथियार मुहैया करवा देगा। अमन ने घबराकर मना कर दिया। करीब महीना पहले प्रिंस ने अमन को वॉट्सऐप कॉल पर कहा था कि उसके साथियों तेजा, विजय, मनी और अमनप्रीत उर्फ पीता को पंजाब पुलिस ने एनकाउंटर में मार दिया था। अमन ने कहा कि मुकुल ने बलजीत चौधरी और गगन बाउंसर को मारने के लिए हथियार मुहैया करवाए थे।
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