पश्चिम बंगाल के नॉर्थ दिनाजपुर जिले में 30 मार्च 2023 को विश्व हिंदू परिषद के रामनवमी जुलूस के दौरान दो समुदायों के बीच हिंसा हुई थी।
पश्चिम बंगाल में पिछले साल रामनवमी पर हुई हिंसा मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने 16 लोगों को गिरफ्तार किया है। सभी को धार्मिक जुलूस के दौरान सांप्रदायिक हमले की साजिश रचने, दंगे भड़काने और उसे अंजाम देने के आरोप में पकड़ा गया है।
न्यूज एजेंसी ANI ने बताया कि NIA को जांच के दौरान हिंसा के वीडियो फुटेज मिले थे। इन्हीं से आरोपियों की पहचान की गई और उन्हें गिरफ्तार किया गया।
नॉर्थ दिनाजपुर से हिंसा शुरू हुई थी
पश्चिम बंगाल के नॉर्थ दिनाजपुर जिले में 30 मार्च 2023 को विश्व हिंदू परिषद के रामनवमी जुलूस के दौरान दो समुदायों के बीच हिंसा हुई थी। 24 घंटे बाद हावड़ा के शिबपुर में दोबारा पत्थरबाजी हुई। इसमें 3 पुलिसवालों समेत करीब 15 लोग घायल हुए। 10 से ज्यादा वाहनों को जला दिया गया। 20 से ज्यादा दुकानों में तोड़फोड़ की गई।
मामले में राज्य पुलिस ने में 162 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। इसके बाद 27 अप्रैल 2023 को कलकत्ता हाईकोर्ट ने NIA को मामले की जांच के आदेश दिए थे।
ये वीडियो बंगाल में भड़की हिंसा के बाद का है। यहां सड़कों पर पत्थर फैले नजर आ रहे हैं। पुलिस हालात का जायजा ले रही है।
बंगाल में रामनवमी के दौरान शुरू हुई हिंसा की घटना सिलसिलेवार पढ़ें…
30 मार्च 2023: पश्चिम बंगाल के हावड़ा, उत्तरी दिनाजपुर और इस्लामपुर में 30 मार्च को शोभायात्रा के दौरान हिंसक झड़प हुई थी। यहां शोभायात्रा के दौरान दो गुटों में जमकर पत्थरबाजी हुई। इसमें एक युवक की मौत हो गई थी, जबकि पांच-छह पुलिसकर्मी घायल हुए थे।
पुलिस ने बताया था कि युवक की मौत हिंसा के दौरान हार्ट अटैक से हुई थी। पुलिस ने आंसू गैस की मदद से लोगों को वहां से हटाया था। कुछ लोगों को वहां गिरफ्तार भी किया गया था।
31 मार्च 2023: एक बार फिर 31 मार्च को हावड़ा के शिबपुर में पत्थरबाजी और आगजनी की घटना सामने आईं। यहां एक वर्ग ने मंदिरों में तोड़फोड़ की। इसके बाद पूरे इलाके में पुलिस ने फ्लैग मार्च किया गया। इसके चलते दोनों घटनाओं में 38 लोगों को गिरफ्तार किया गया।
31 मार्च को बंगाल के हावड़ा में फिर पत्थरबाजी और आगजनी की घटना हुई।
2 अप्रैल: रिसड़ा शोभायात्रा के दौरान दो गुटों के बीच हिंसक झड़प हुई थी। दोनों गुटों ने एक-दूसरे पर पत्थरबाजी की और वाहनों में आग लगा दी। पथराव के दौरान भाजपा विधायक बिमान घोष घायल हुए। हुगली और आसपास के इलाकों में धारा 144 लगा दी गई। यहां हिंसा में शामिल 12 लोगों की गिरफ्तारी हुई।
शोभायात्रा के दौरान हुई हिंसा की तस्वीरें…
हुगली में शोभायात्रा के दौरान हिंसक झड़प हुई। कई वाहनों में आग लगा दी गई।
दोनों गुटों के उपद्रवियों ने इलाके में आगजनी की, इसमें कई वाहन जलकर खाक हो गए।
हुगली में हिंसक माहौल के चलते आसपास के इलाकों में धारा 144 लागू कर दी गई है।
हिंसक भीड़ को रोकने पहुंची पुलिस पर भी पथराव हुआ। कई लोगों को गिरफ्तार किया गया।
उपद्रवियों ने घरों, महिलाओं और बच्चों पर भी पथराव किया, जिससे कई लोग घायल हो गए।
ममता बोलीं- जुलूस का मार्ग कैसे बदला?
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इन घटनाओं के लिए सीधे भाजपा को जिम्मेदार ठहराया था। ममता ने भाजपा का नाम लिए बगैर कहा, ‘वे सांप्रदायिक दंगों के लिए राज्य के बाहर से गुंडे बुलाते रहे हैं। उनके जुलूसों को किसी ने नहीं रोका, लेकिन उन्हें तलवारें और बुलडोजर लेकर मार्च करने का अधिकार नहीं है। हावड़ा में ऐसा करने की उनकी हिम्मत कैसे हुई?’
ममता ने कहा- ‘उन्होंने मार्ग क्यों बदल दिया? विशेष रूप से एक समुदाय को टारगेट करने और हमला करने के लिए अनधिकृत मार्ग क्यों चुना? भाजपा ने हमेशा हावड़ा, पार्क सर्कस और इस्लामपुर को निशाने पर रखा है।’
भाजपा बोली- CM की स्पीच ने एरिया में हिंसा और तनाव बढ़ाया
BJP बंगाल के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार का कहना था कि, ‘प्रशासन ने हथियार के साथ जुलूस को इजाजत क्यों दी। जुलूस शांति से निकल रहा था, तो एक विशेष समुदाय ने छतों से उस पर पत्थर क्यों बरसाए। CM की स्पीच ने एरिया में हिंसा और तनाव को और ज्यादा बढ़ा दिया।’
वहीं, भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी का कहना था कि हमने पहले ही सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने की मांग की थी, ताकि इस तरह का उपद्रव न हो। TMC का ही नेता शमीम अहमद इसके लिए जिम्मेदार है।’
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