हरियाणा में फरीदाबाद के गौंच्छी उप तहसील के पटवारी और मुंशी को मंगलवार शाम को एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने तीन हजार की रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया है। पटवारी ने अपने निजी मुंशी के माध्यम से शिकायतकर्ता से जमीन का दाखिल खारिज कराने को लेकर 5 हजार रुपए की डिमांड की थी।
बता दें कि बल्लभगढ़ यादव कॉलोनी निवासी शिकायतकर्ता बिजेंद्र ने एंटी करप्शन ब्यूरो को शिकायत दी थी। जिसमें उसने कहा था कि गौंच्छी उप तहसील का पटवारी मनोज ने अपने निजी मुंशी मानसिंह के माध्यम से जमीन का दाखिल खारिज चढ़वाने के लिए 5 हजार रुपए की डिमांड की थी। दोनों आरोपी उससे 2 हजार रुपए की रिश्वत ले चुके हैं। काम पूरा करने के लिए 3 हजार रुपए और मांग रहे हैं।
आरोपी मुंशी मानसिंह को पकड़कर ले जाती एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम।
नोटों पर केमिकल लगाकर शिकायतकर्ता को दिए
शिकायत के आधार पर इंस्पेक्टर संतराम की अगुवाई में एक टीम गठित की। जिसके बाद टीम ने शिकायतकर्ता को 3 हजार रुपए के नोटों पर केमिकल लगाकर आरोपियों को देने के लिए भेजा। जैसे ही शिकायतकर्ता ने पटवारी और मुंशी को 3 हजार रुपए की रिश्वत दी, एंटी करप्शन की टीम ने उन्हें दबोच लिया।
सीएम फ्लाइंग के औचक निरीक्षण के बाद भी बाज नहीं आए रिश्वतखोर
बता दें कि बीते 31 मई को सीएम फ्लाइंग की टीम ने गौंच्छी उप तहसील में औचक निरीक्षण किया था। सीएम फ्लाइंग के निरीक्षण के दौरान उप तहसील में आए लोगों ने काम के बदले रिश्वत मांगने की शिकायतें की थीं। शिकायत मिलने पर सीएम फ्लाइंग ने रिश्वतखोरों को चेतावनी भी दी थी। लेकिन उसके बाद भी रिश्वतखोर पटवारी और मुंशी बाज नहीं आए और रिश्वत लेते हुए दबोचे गए।
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