“पापा जिंदगी भर बीजेपी का झंडा उठाकर चलते रहे। पार्टी के हर कार्यक्रम में पहुंचते। संगठन को मजबूत बनाते। हमारा इलाका यादव बाहुल्य है, इसके बावजूद पापा घर पर पार्टी का कार्यक्रम करवाते। उसमें विधायक और मंत्री सब आते थे। हजारों लोग यहां इकट्ठा होते थे, सभी पापा के नाम पर चले आते थे।”
ये शब्द जौनपुर में मार दिए गए बीजेपी महामंत्री प्रमोद यादव के बेटे सिद्धार्थ के हैं। हत्याकांड को तीन दिन हो गए। पुलिस के हाथ अभी भी सिर्फ सुराग है, हत्यारे नहीं। जो गाड़ी मिली, वह चोरी की निकली। कार्ड जमीन पर गिरा तो, लेकिन उसे बदमाश उठा ही ले गए। सीसीटीवी में जो चेहरे दिखे, वह इतने धुंधले कि पहचानना मुश्किल है। कुल मिलाकर प्रशासन चुनौतियों और परिवार मुश्किलों से जूझ रहा है।