एस• के• मित्तल
सफीदों, एसडीएम सत्यवान सिंह मान शनिवार को सिलाखेड़ी गांव के खेतों में पराली जलाने की जानकारी मिली। जिस पर उन्होंने सिल्लाखेड़ी गांव के किसान का पराली जलाने पर राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण के तहत 2500 रूपए का चालान किया। एसडीएम सत्यवान सिंह मान ने किसानों से आह्वान किया कि पराली को बिल्कुल भी ना जलाएं।
किसान अपनी पराली का निस्तारण खेत में ही करें। पराली का निपटान खेत में ही करने पर सरकार द्वारा किसानों के लिए एक हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि का प्रावधान किया गया है। वहीं दूसरी ओर अगर किसान अपनी पराली बेचता है तो उसके लिए भी प्रशासन द्वारा पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। यदि कोई किसान अपने खेतों में किसान पराली को जलाता है तो उसकी मॉनिटरिंग के लिए प्रशासन द्वारा उडनदस्ते व सेटेलाइट से भी निगाह रखी जा रही है ताकि वातावरण में प्रदूषण न फैले और आमजन का स्वास्थ्य ठीक रहे। एसडीएम सत्यवान मान ने कहा कि पराली जलाने से वायु तो प्रदूषित होता ही है। जिस कारण कई प्रकार के सांस संबंधी रोग होने के साथ-साथ भूमि की उर्वरा शक्ति भी खत्म हो जाती है।
इसलिए किसान पराली को ना जलाएं बल्कि उसका सदुपयोग करे। उन्होंने कहा कि पराली जलाने वाले किसानों पर सख्त कार्रवाई अमल में लाई लाएगी और इसमें किसी तरह की नरमी नहीं बरती जाएगी। एसडीएम ने धान उत्पादक किसानों से आह्वान किया कि वह धान की पराली को जलाने की बजाए चारे के रूप में इस्तेमाल करके व पराली के अवशेष को बेचकर पैसा कमाए।