भाजपा प्रदेश प्रवक्ता बिजेंद्र नेहरा ने कांग्रेस पर आरोप लगााते हुए कहा कि कांग्रेसी बार-बार पंचायती चुनावों को रोकने के लिए याचिका दायर कर रहे है। जिसका जीता जागता उदाहरण पलवल से पूर्व विधायक करण दलाल के बेटे दीपकरण द्वारा सुप्रीम कोर्ट में पंचायत चुनाव के खिलाफ दायर की गई याचिका है।
प्रेस को जारी बयान में नेहरा ने कहा कि हरियाणा सरकार ने पंचायत चुनाव 31 सितंबर से पहले कराने के लिए चुनाव आयोग को बोल दिया था। लेकिन कांग्रेस का काला साया बार-बार पंचायत चुनावों को रुकवाने का कुप्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा कि पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय ने यह स्पष्ट कर दिया था कि हरियाणा पंचायती राज अधिनियम के तहत यह प्रावधान किया गया है, कि जिस ग्राम पंचायत में अनुसुचित जाति की संख्या 10 प्रतिशत से अधिक है, उसको ही आरक्षित किया जाएगा।
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कांग्रेस की मंशा चुनाव को रोकने की
नेहरा ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि इससे पहले भी हरियाणा सरकार चुनाव कराने के पक्ष में थी। लेकिन कांग्रेस की मंशा चुनावों को रोकने की रही है। कांग्रेस पार्टी ने अपने लोगों के द्वारा 14 याचिकाएं उच्च न्यायालय में लगाकर पंचायत चुनावों को जानबूझ कर लेट करने काम किया है। इससे स्पष्ट होता है कि कांगेसी नहीं चाहते कि हरियाणा में पंचायत के चुनाव हो। कांग्रेस पार्टी को डर है कि पंचायत चुनावों में भी उसको बुरी हार मिलेगी, इसलिए बार-बार अपने लोगों के द्वारा कोर्ट में अर्जी लगवा कर पंचायत चुनावों को टालने का काम कर रही है। समय आने पर प्रदेश की जनता इस जवाब जरूर देगी।