पहलवान विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया और विनेश के पति सोमवीर राठी।
एशियन गेम्स में बिना ट्रायल के विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया को सीधे प्रवेश देने का मामला ठंडा नहीं पड़ रहा है। आए दिन इस मामले में कोई न कोई बड़ा बयान सामने आ रहा है। इसी बीच विनेश फोगाट के पति सोमवीर राठी ने पत्रकार वार्ता कर बड़े खुलासे और दावे किए हैं। हालांकि बजरंग और विनेश इस मामले पर पहले भी सफाई दे चुके हैं।
सोमवीर राठी ने सबसे पहले दिल्ली के जंतर मंतर पर बृजभूषण शरण के खिलाफ चल रहे धरने के समाप्त करने के सवाल पर कहा कि 28 मई को हमारे देश के सामाजिक संगठनों, खाप पंचायतो व किसान संगठनों ने पहली बार एक महिला पंचायत की घोषणा दिल्ली के नए संसद भवन के सामने की थी।
जब हम वहां पर पंचायत करने जा रहे थे तो दिल्ली पुलिस ने हमें जबरदस्ती वहां से हिरासत में लिया। इसके बाद हमारे धरने से हमारा सारा सामान उठा दिया। हमने धरना समाप्त नहीं किया था और बृजभूषण शरण के खिलाफ हमारा धरना और विरोध लगातार जारी रहेगा। जब तक बृजभूषण शरण जेल नहीं जाएगा।
योगेश्वर दत्त पहले खुद में झांके, फिर उठाए अंगुली
उन्होंने कहा कि निगरानी कमेटी में जो सदस्य थे योगेश्वर, बबीता फोगाट, मैरी कॉम हम सभी से आस लगाकर बैठे थे कि अब हमें न्याय मिलेगा, लेकिन फेडरेशन में उसके आदमी है जो कि उसको बचा रहे हैं। सरकार उसको बचा रही है।
इस दौरान उन्होंने योगेश्वर दत्त पर निशाना साधते हुए कहा कि योगेश्वर दत्त हमारे लिए बड़े भाई हैं और जिस तरह के उनके बयान सामने आ रहे हैं वह बिल्कुल भी अच्छे नहीं हैं। हम उनसे कहना चाहेंगे कि पहले अपने आप में झांक कर देखें तब औरों पर उंगली उठाएं। उन्होंने कितने पहलवानों को द्रोणाचार्य अवार्ड दिलवाया है. वह खुद जानते हैं।
बबीता फोगाट पर भी जमकर बरसे
अगर विनेश फोगाट ने पहलवान ओमप्रकाश दहिया को द्रोणाचार्य अवार्ड के लिए नॉमिनेट किया तो वह सरकार में बैठे थे। वो कोर्ट में जा सकते थे। बबीता फोगाट पर सोमबीर राठी जमकर बरसे उन्होंने कहा कि हमने यह सुना था कि अगर कोई भाई भी अगर राजनीति में चला गया तो वह केवल अपने भले और अपनी कुर्सी के बारे में सोचता है, उसे केवल अपना स्वार्थ दिखता है। सीधे-सीधे तौर पर सोमवीर राठी ने बबीता फोगाट को स्वार्थी बता डाला।
अंतरराष्ट्रीय पहलवान विनेश फोगाट के पति पहलवान सोमबीर राठी ने कहा कि बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट का एशियन गेम्स के लिए बिना ट्रायल चयन पहलवानों को आपस में लड़वाने के लिए किया गया था। साथ ही कहा कि दिल्ली में धरना खत्म नहीं किया था, अपितु पुलिस ने हिरासत में लेकर जबरन खत्म करवाया था। वह बुधवार को पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।