हरियाणा के हिसार के खेदड़ में प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज के विरोध में शुक्रवार देर शाम किसानों ने जींद रोहतक नेशनल हाईवे जाम कर दिया। इस दौरान किसानों ने पुलिस और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उन्होंने कहा कि खेदड़ में किसान शांतिपूर्वक ढंग से धरना दे रहे थे, लेकिन पुलिस ने तानाशाही दिखाते हुए किसानों को खदेड़ने का काम किया। जिसमें एक किसान शहीद हो गया। किसानों की शहादत को किसी भी सूरत में जाया नहीं जाने दिया जाएगा।
जाम लगने की सूचना मिलकर पुलिस मौके पर पहुंची और किसानों को समझाने का प्रयास किया। किसानों ने चेताया कि जब तक किसानों पर लाठीचार्ज करने वाले पुलिस अधिकारी व कर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज नहीं किया जाता तब तक जाम नहीं खोला जाएगा।
किसानों ने मांग की कि मृतक किसान के परिवार को 50 लाख की आर्थिक सहायता व परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। हाईवे जाम होने से दोनों तरफ वाहनों की लाइनें लग गईं। किसानों ने कहा कि केंद्र सरकार किसान विरोधी है और किसान विरोधी नीतियां बना रही है। जिसका किसान हर जगह विरोध कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार लगातार किसानों के साथ अन्याय कर रही है। विरोध के चलते किसान खेदड़ में भी शांतिपूर्वक धरना दे रहे थे, लेकिन प्रशासन को यह रास नहीं आया और सरकार के इशारे पर किसानों को खदेड़ने का काम किया, जिसमें एक किसान की मौत हो गई और दर्जनों किसान घायल हो गए।
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