भोले भक्तों के लिए साबूदाना की खीर और बनेंगे कुट्टू के पकौड़े : शास्त्री
एस• के • मित्तल
जींद, सावन माह के पहले सोमवार को महाभारत कालीन जयंती देवी मंदिर में भगवान शिव का रूद्राभिषेक कार्यक्रम आयोजित किया गया। मंदिर पुजारी नवीन कुमार शास्त्री के सान्निध्य में दर्जनों श्रद्धालुओं ने रूद्राभिषेक कार्यक्रम में पूजा-आराधना की आहुति डालकर सुख-शांति की कामना मांगी।
पंडित नवीन कुमार शास्त्री ने बताया कि भगवान शिव का प्रिय मास श्रावण मास शिव महिकाल है। यह माह भगवान शिव की आराधना करके विशेष फलदायी, मनोहर और अभिलाषा व कामना को पूर्ण करने वाला है। श्री जयंती देवी मंदिर मेंं इस मास प्रतिदिन रुद्राभिषेक सुबह सवा 6 बजे शुरू किया जाएगा, जो 12 अगस्त तक चलेगा। उन्होंने कहा कि इस मास में शिव पुराण कथा, महामृत्युंजय जाप, ओम नम: शिवाय, शिव सहस्त्रनाम और शिव चालीसा का पाठ करना चाहिए। पुजारी ने बताया कि मंदिर में कावडिय़ों के ठहरने, नहाने भोजन-प्रसाद का विशेष प्रबंध किया जाएगा। यह शिविर 22 जुलाई से 26 जुलाई शिवरात्रि महोत्सव तक चलेगा।
इसके लिए श्रद्धालुओं की कमेटी व्यवस्था को देखने का काम करेगी। उन्होंने बताया कि सुनील कुमार, विक्की एमसी, रविंद्र शर्मा, रविंदर गर्ग आदि इस उत्सव की देखरेख करेंगे। व्रत धारियों को 26 जुलाई मंगलवार शिवरात्रि के दिन मंदिर में चार पहर की पूजा आयोजन किया जाएगा और व्रत धारियों को साबूदाना खीर, कुट्टू के पकोड़े के प्रसाद का प्रबंध किया जाएगा। रू्रदाभिषेक कार्यक्रम में मोनी बाबा, वीरभान आर्य, जयप्रकाश ढांडा, गंगा दत्त, कृष्ण शर्मा, विशाल कामरा, राजेश बॉबी आदि भक्तों ने भाग लिया और भगवान शिव की आराधना की।