इससे पहले राजौरी में 21 दिसंबर 2023 को बड़ा आतंकी हमला हुआ था, जिसमें सेना के 4 जवान शहीद हो गए थे। (फाइल फोटो)
जम्मू-कश्मीर के पुंछ में आतंकियों ने सेना की गाड़ी पर हमला किया। इसके बाद जवानों को जवाबी फायरिंग करनी पड़ी। अभी तक किसी के घायल होने या मौत की कोई रिपोर्ट सामने नहीं है। फिलहाल गोलीबारी जारी है। इलाके को खाली कराकर सेना सर्च ऑपरेशन चल रही है। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि दूसरी तरफ कितने आतंकी छिपे हुए हैं।
जम्मू-कश्मीर के पुंछ में सेना की गाड़ी पर आतंकी हमला: जवानों ने जवाबी फायरिंग की, सर्च ऑपरेशन जारी
इससे पहले 21 दिसंबर 2023 को बड़ा आतंकी हमला हुआ था। यह हमला राजौरी में हुआ था, जिसमें सेना के 4 जवान शहीद हो गए थे, जबकि तीन जवान घायल थे।
इलाके में आवाजाही बंद
सेना के वाहन पर फायरिंग पुंछ मेंढर मार्ग पर हुआ। सुरक्षाबलों ने इलाके में आवाजाही बंद कर दी है। किसी भी वाहन को आगे जाने की परमिशन नहीं है। हर एक वाहन की तलाशी ली जा रही है।
यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब नॉर्थन कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी पुंछ में हैं।वो अन्य अफसरों के साथ आतंकी हमलों से निपटने के लिए रणनीति बना रहे हैं।
दिसंबर में जम्मू-कश्मीर में 4 जवान शहीद, 3 घायल
जम्मू-कश्मीर के राजौरी में 21 दिसंबर को आतंकियों ने सेना के दो वाहनों पर घात लगाकर हमला कर दिया। इसमें 4 जवान शहीद हो गए, जबकि 3 जवान घायल हैं। यह हमला थानामंडी-सुरनकोट रोड पर डेरा की गली (DKG) नाम के इलाके में हुआ है। ये वाहन जवानों को लेकर सुरनकोट और बफलियाज जा रहे थे।
हमला थानामंडी-सुरनकोट रोड पर डेरा की गली (डीकेजी) नाम के इलाके में हुआ है। यहां बड़ी संख्या में सुरक्षाबल मौजूद हैं।
इंटेलिजेंस के मुताबिक, 250-300 आतंकी भारत में घुसपैठ को तैयार
16 दिसंबर को BSF के एक सीनियर अफसर ने इंटेलिजेंस के हवाले से जानकारी दी थी कि पाकिस्तान सीमा में 250 से 300 आतंकी लॉन्चपैड पर हैं। ये जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ की फिराक में हैं। अफसर ने बताया कि सुरक्षाबलों को अलर्ट कर दिया गया है। सीमा पार से किसी भी तरह की घुसपैठ की कोशिश नाकाम कर दी जाएगी।
बीएसएफ के आईजी अशोक यादव ने पुलवामा में बताया कि आतंकी गतिविधियों को देखते हुए हम (बीएसएफ) और सेना संवेदनशील इलाकों पर नजर रखे हुए हैं और सतर्क हैं। पिछले कुछ सालों में सुरक्षाबलों और कश्मीर के लोगों के बीच जुड़ाव बढ़ा है। अगर लोग हमारा सहयोग करें तो हम विकास के कामों को बेहतर तरीके से आगे बढ़ा सकते हैं।