चंडीगढ़ नगर निगम की बैठक में आवारा कुत्तों के काटने के मामले पर बवाल होने की संभावना है। बैठक में आम आदमी पार्टी की पार्षद अंजू कटियाल की तरफ से पूछे गए एक सवाल का जवाब दिया गया है। इसमें उन्होंने शहर में बढ़ रहे कुत्तों के काटने के मामले पर सवाल उठाया गया था। इसमें पता चला है कि चंडीगढ़ में पिछले 4 वर्षों में 42866 मामले कुत्तों के काटने के दर्ज किए गए हैं। जोकि पूरे देश में केंद्र शासित प्रदेशों में दूसरे नंबर पर है। सेक्टर 28 में पिछले 2 दिनों से लगातार डॉग बाइट के 2 नए मामले आए हैं। इसमें पिछले ही दिन एक वीना अरोड़ा नाम की महिला को सेक्टर 28 में पैर पर कुत्ते ने काटा था।
कुत्तों की नसबंदी में आई गिरावट
2022 से अब तक प्रशासन की तरफ से 2225 कुत्तों का ऑपरेशन किया गया है। इनमें 1041 नर और 1184 मादा कुत्ते हैं। वही सितंबर 2020 से सितंबर 2021 तक 6498 स्ट्रीट कुत्तों का ऑपरेशन किया गया था इसमें 3497 नर और 3001 मादा कुत्ते थे। इस हिसाब से पिछले दिनों में नसबंदी में कमी आई है।
2022 में 4735 लोग हुए शिकार
लोकसभा में 2022 में दिए एक प्रश्न के जवाब के अनुसार चंडीगढ़ में 2019 में करीब 18378 लोगों को सड़क पर कुत्तों ने काटा था। 2020 में कोविड-19 के दौरान भी 13440 लोग इसका शिकार हुए। 2021 में 6306 और 2022 में 4735 लोग कुत्तों के काटने का शिकार हुए।