गुरुग्राम. हरियाणा के गुरुग्राम में 30 करोड़ रुपये की कथित सेंधमारी की जांच कर रहे विशेष कार्यबल (एसटीएफ) ने मंगलवार को एक अदालत से मामले में निलंबित आईपीएस अधिकारी धीरज सेतिया की पॉलीग्राफ जांच की अनुमति मांगी है. एसटीएफ ने दावा किया कि सेतिया मामले के कई सुराग छिपा सकते हैं.
तेलंगाना के मंत्री केटीआर ने सरकार द्वारा चेहरे की तकनीक के उपयोग में अधिक पारदर्शिता का आह्वान किया
लोक अभियोजक जगबीर सहरावत ने बताया कि अदालत में पेश सेतिया ने पॉलीग्राफ जांच की सहमति दे दी. लेकिन इसे दिल्ली-एनसीआर में ही कराने की मांग की. उन्होंने बताया कि अतिरिक्त जिला सत्र न्यायाधीश तरुण सिंघल की अदालत में जमा अर्जी में एसटीएफ ने यह जांच हैदराबाद या अहमदाबाद में कराने की अनुमति देने का अनुरोध किया है.
पब्लिक प्रोसिक्यूटर जगबीर सहरावत की मानें तो सच सामने लाने के लिए एसटीएफ ने चोरी के मामले में आईपीएस धीरज सेतिया का पॉलीग्राफी टेस्ट करवाने के लिए कोर्ट में याचिका दायर की थी. जिस पर मंगलवार को कोर्ट में सुनवाई के लिए सेतिया पहली बार कोर्ट में पहुंचे. कोर्ट में धीरज सेतिया ने पॉलीग्राफी टेस्ट के लिए सहमति दी, इसके साथ ही कोर्ट में सेतिया ने कहा कि उनका टेस्ट दिल्ली-एनसीआर में आसपास करवाया जाए. एसटीएफ ने उनकी इस बात का विरोध किया. पॉलीग्राफी टेस्ट किस लैब में होगा इस पर 31 मई को कोर्ट में सुनवाई होगी.
Xiaomi Mi Band 7 बड़े AMOLED डिस्प्ले के साथ, अधिक फिटनेस मोड लॉन्च: मूल्य, विनिर्देश
बता दें कि आईपीएस धीरज सेतिया हाईकोर्ट से जमानत पर है. उसके बाद वह पहली बार कोर्ट में सुनवाई के लिए मंगलवार को पेश हुआ. अगस्त 2021 में बिल्डर के फ्लैट से चोरी हुए करोड़ों रुपये में आरोपी डॉक्टर को गिरफ्तार किया गया था. जिसने पूछताछ में आईपीएस को भी मामला रफा-दफा करने के लिए करोड़ों रुपये की रिश्वत देने का आरोप है. जिस पर एसटीएफ ने आईपीएस को आरोपी बनाया था. उसके बाद प्रदेश सरकार ने आईपीएस को निलबिंत कर दिया था.
.