हरियाणा के हिसार जिले के आदमपुर हल्के के कांग्रेसी विधायक कुलदीप बिश्नोई राष्ट्रपति चुनाव के बाद कभी भी पार्टी छोड़ सकते हैं। कुलदीप ने मंगलवार को ट्वीट करके कांग्रेस पर तंज कसा है कि खुद को इतना बुलंद बनाओ कि पाने वाले को कदर हो और खोने वाले को अफसोस हो। उसका कटाक्ष कांग्रेस पर है, क्योंकि कुछ दिनों पहले कुलदीप ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद यह बात स्प्ष्ट हो गई कि अब कुलदीप बिश्नोई भाजपा का दामन थामेंगे।
बहुत कठिन है, अमित शाह हो जाना
तब कुलदीप बिश्नोई ने ट्वीट किया कि अमित शाह से मिलना एक वास्तविक सम्मान और खुशी की बात थी। एक सच्चे राजनेता, मैंने उनके साथ बातचीत में उनकी आभा और एक करिश्मा महसूस किया। भारत के लिए उनका दृष्टिकोण विस्मयकारी है। अपनी जुबान के लिए सरे राह हो जाना, बहुत कठिन है, अमित शाह हो जाना। इस ट्वीट के बाद यह क्लीयर हो गया कि अब कुलदीप भाजपा के भगवा रंग में रंगेंगे।
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कांग्रेस ने सभी पदों से हटाया
हरियाणा कांग्रेस की पूर्व प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा ने पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ तालमेल न बैठने के कारण हरियाणा कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष के पद से 9 अप्रैल को इस्तीफा दे दिया था। एक नाटकीय घटनाक्रम के बाद 27 अप्रैल को उनका इस्तीफा स्वीकार किया गया।
इसके बाद कुलदीप बिश्नोई कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष की दौड़ में थे। हुड्डा भी अपने बेटे और राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा को प्रदेशाध्यक्ष बनाना चाहते थे, परंतु सांसद होने और खुद हुड्डा के नेता प्रतिपक्ष होना इसमें बाधा बन रहा था। एकाएक हुड्डा ने दलित नेता उदयभान का नाम हाईकमान के सामने रख दिया और अपनी बात मनवाने में कामयाब रहे।
इससे नाराज कुलदीप बिश्नोई ने राहुल गांधी से मिलने का समय मांगा, समय नहीं मिला। कुलदीप ने राज्यसभा चुनाव में अपना वोट अंतरात्मा की आवाज पर देने की बात कही और कांग्रेस उम्मीदवार अजय माकन को वोट नहीं दिया। जिस कारण अजय माकन चुनाव हार गए। इसके बाद कांग्रेस ने उन्हें वर्किंग कमेटी के सदस्य के पद से हटा दिया।
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