हरियाणा के करनाल में अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे दिव्यांग और पुलिस जवान सोमवार सुबह आमने सामने हो गए। लघु सचिवालय का घेराव करने जा रहे दिव्यांगों और उनके समर्थन में आए लोगों के साथ पुलिस की भिड़ंत हो गई। पुलिस ने लघु सचिवालय के बाहर रोका तो प्रदर्शनकारी भड़क गए। धक्का-मुक्की के बाद पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में ले लिया।
झड़प के दौरान नीचे गिरा व्यक्ति।
इस बीच प्रदर्शन को देखते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल के प्रतिनिधि संजय बठला दिव्यांगों से बातचीत करने के लिए पहुंचे। उन्होंने मांगों पर विचार करने के लिए 1 हफ्ते का समय मांगा। अब देखना यह होगा कि सरकार दिव्यांगों की मांगों मानती है या नहीं।
दिव्यांग चरण सिंह ने कहा कि सरकार बहुत ही निर्दय हो चुकी है। जब तक सरकार दिव्यांग एक्ट लागू नहीं करेगी तब तक हमें कुछ नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि जब तक सरकार हमारी मागें पूरी नहीं करती तब तक वह ऐसे ही अपनी हक के लिए आंदोलन करते रहेंगे।
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पुलिस ने की बदसलूकी: दिव्यांग
दिव्यांगों ने कहा कि सरकार अपने अड़ियल रवैया पर अड़ी हुई है। उनकी मांग जायज है, लेकिन फिर भी सरकार मानने को तैयार नहीं है। आज काफी संख्या में स्थानीय लोग उनके समर्थन में प्रदर्शन करने के लिए पहुंचे। जहां पर पुलिस ने उनके उनके साथ बदसलूकी की।
दिव्यांगों और लोगों को रोकते हुए पुलिस के जवान।
दिव्यांगों की मांगें
दिव्यांगों की मांग है कि उनका बीपीएल राशन कार्ड बनाया जाए। 100-100 गज के प्लॉट दिए जाए। डीसी रेट के तहत नौकरी दी जाए। उनका कहा है कि सरकार ने 2018 में उनकी मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया था, जिसे आज तक पूरा नहीं किया।