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एस• के • मित्तल
सफीदों, उड़ान ग्रुप द्वारा संचालित उड़ान ट्रस्ट बालिका सिलाई एवं कम्प्युटर सैंटर पर पूर्णमासी के इस पावन अवसर पर रक्षाबंधन का त्योहार बड़ी धूमधाम से मनाया। इस अवसर पर सबकी सुख शांति के लिए पंडित रामपाल द्वारा सैंटर हवन का आयोजन किया गया। इस मौके पर सैंटर पर शिक्षा ग्रहण कर रही लड़कियों एवं महिलाओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम में बढ़ चढ़कर भाग लिया और अपनी अपनी प्रस्तुति दी। उड़ान ग्रुप के प्रधान सुशील वर्मा ने सैंटर पर आने वाली सब लड़कियों को रक्षाबंधन के गिफ्ट दिए।
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इस अवसर पर महिला विंग प्रधान ज्योति थनई ने बताया कि भारत का प्रमुख त्यौहार रक्षाबंधन को मनाने के लिए आज हम सब यहाँ एकत्रित हुए है। भारत एक संस्कृति और सभ्यता का देश है। यहाँ सभी रिश्तों को मान दिया जाता है। रक्षाबंधन भाई बहन के अटूट प्रेम और विश्वास का त्यौहार है। वर्तमान समय में रक्षाबंधन की परम्परा का धीरे धीरे वैश्विकरण हो रहा हैं। भाई बहन के रिश्तों के मायने का अस्तित्व मिट रहा है। लोग इस पर्व के मूल्यों को हल्के से ले रहे है। रक्षा बंधन का नाम सुरक्षा के बंधन को बताता है, जो एक ऐसे समाज को सुनिश्चित करता है जहाँ लड़कियां पूरी तरह से सुरक्षित हो और कोई भी भाई किसी की बहन को कोई नुकसान नहीं पहुंचाएगा।
लेकिन आज जगह- जगह पर बहनें खुद को असुरक्षित महसूस कर रही है। दिन ब दिन लड़कियों पर अत्याचार बढ़ते जा रहे है। इन सबके बीच राखी का मूल्य कही खो गया है। हर भाई को बहन की राखी का आदर सत्कार करना चाहिए। बहन के प्रेमभाव और राखी के मूल्यों को समझना चाहिए। रक्षाबंधन प्रेम, त्याग और कर्तव्य का बंधन है। मुझे उम्मीद है कि आप भी रक्षा बंधन के महत्व को समझे और उन्हें अपने जीवन में उतरने की कोशिश करें। इस अवसर पर सुशील वर्मा, टेकचंद, दीपक, आशु, रजत, ज्योति थनई, अनुपम, सीमा रोहिला, मुस्कान, अंजली, खुशी, अंजू, यशवी, झलक, चारु, दीपिका, अंशी, खुशबू, रेखा, सोनिया और सेंटर की सभी लडकियां उपस्थित थी।
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