सरमा ने तेलंगाना में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा- भारत उस दिन वर्ल्डकप हारा, जब इंदिरा गांधी की जयंती थी।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बुधवार को वर्ल्डकप फाइनल में भारत की हार पर चल रहे राजनीतिक विवाद को एक नया मोड़ दे दिया। सरमा ने तेलंगाना में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा- भारत उस दिन वर्ल्डकप हारा, जब इंदिरा गांधी की जयंती थी।
सरमा ने आगे कहा कि वह BCCI से कहना चाहेंगे कि भविष्य में यह सुनिश्चित करना चाहिए कि फाइनल मैच उस दिन आयोजित न किया जाए जिस दिन नेहरू-गांधी परिवार के किसी सदस्य का जन्मदिन हो।
सरमा बोले- हर मैच जीता, फाइनल ही क्यों हारे
वर्ल्डकप में भारत की हार को लेकर चल रही राजनीतिक बयानबाजी के बीच सरमा बोले- हम हर गेम जीत रहे थे। फाइनल हार गए। फिर मैंने आकर देखा। वह दिन क्या था? हम क्यों हार गए? हम हिंदू हैं और मैं दिन के अनुसार चलता हूं, फिर मैंने देखा कि विश्व कप फाइनल ऐसे दिन खेला गया था जिस दिन इंदिरा गांधी की जयंती भी थी।
राहुल ने पीएम मोदी को पनौती मोदी कहा था
राजनीति में क्रिकेट वर्ल्डकप का जिक्र सबसे पहले राहुल गांधी ने किया था। राहुल ने 21 नवंबर को उदयपुर के वल्लभनगर में जनसभा को संबोधित करते हुए भारत की हार का जिम्मेदार मोदी को ठहराया था। राहुल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पनौती कहा है। उन्होंने कहा- ‘पीएम मतलब-पनौती मोदी।’ अच्छा खासा लड़के वर्ल्ड कप जीत रहे थे, यह अलग बात है हरवा दिया।
राहुल गांधी की प्रधानमंत्री से माफी मांगने की अपील
भारतीय जनता पार्टी के लोकसभा सांसद रविशंकर प्रसाद ने राहुल गांधी के बयान पर आपत्ति जताई है। उन्होंने राहुल गांधी को प्रधानमंत्री से माफी मांगने को कहा है। प्रसाद ने कहा- आपको क्या हो गया है, राहुल गांधी? आप देश के प्रधानमंत्री के लिए ऐसे शब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं। हमारे प्रधानमंत्री ने खिलाड़ियों से मुलाकात की और उन्हें प्रेरित किया।
जीतना या हारना खेल का हिस्सा है। राहुल गांधी को माफी मांगने की जरूरत है। राहुल गांधी को अतीत से सीखने की सलाह देते हुए प्रसाद ने कहा- आपको अतीत से सीखने की जरूरत है। आपकी मां (सोनिया गांधी) ने नरेंद्र मोदी के लिए ‘मौत का सौदागर’ शब्द का इस्तेमाल किया था और देखें कि अब कांग्रेस कहां
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नरेंद्र मोदी कहते हैं देश में केवल एक जात है और वो है गरीब। जब ओबीसी को भागीदारी देने की बात आई, जब दलितों को भागीदारी देने की बात आई तब नरेंद्र मोदी कहते हैं इस देश में न दलित, न आदिवासी। जब चुनाव जीतने की बात आई तो मोदी कहते हैं मैं तो ओबीसी हूं। या तो आप ओबीसी हैं या इस देश में एक जात है। पढ़ें पूरी खबर…