राज्यसभा स्पीकर जगदीप धनखड़ से TMC सांसद डेरेक ओ’ब्रायन को पूरे सत्र से सस्पेंड कर दिया। इसके विरोध में डेरेक ने संसद के बाहर मौन व्रत रखकर प्रदर्शन किया।
संसद के शीतकालीन सत्र का शुक्रवार (15 दिसंबर) को दसवां दिन है। लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही सुबह 11 बजे से शुरू होगी। आज भी दोनों सदनों में संसद की सुरक्षा में चूक को लेकर जोरदार हंगामे के आसार हैं।
विपक्षी पार्टियां अपने 14 सांसदों के निलंबन को लेकर भी केंद्र को घेरने की तैयारी में है। संसद सुरक्षा चूक मामले को लेकर विपक्ष गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग भी करेंगे। कांग्रेस समेत दूसरे दल इस मुद्दे पर दोनों सदनों में शाह के बयान की मांग कर रहे हैं।
इसी को लेकर गुरुवार को दिन भर सदन में हंगामा हुआ था। लोकसभा और राज्यसभा से विपक्ष के 14 सांसदों को पूरे सत्र के लिए सस्पेंड कर दिया गया। इनमें 13 लोकसभा सांसद हैं, जिनमें कांग्रेस के 9, CPI (M) के 2, DMK और CPI के एक-एक सांसद हैं।
संसद पर आतंकी हमले की बरसी यानी 13 दिसंबर को सुरक्षा में चूक हुई थी। दो युवक लोकसभा की विजिटर्स गैलरी से कूद गए और जूते में छिपी स्मोक कैन फेंक दिया। इससे सदन में पीले रंग का धुआं फैल गया था।
एक महिला और युवक ने संसद के बाहर भी पीले रंग का धुआं फैलाया और नारेबाजी की। पुलिस ने बताया कि कुल पांच आरोपी हैं। फिलहाल चार गिरफ्त में हैं और एक फरार है।
कांग्रेस ने सदन न चलने देने की चेतावनी दी
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने राज्यसभा स्पीकर जगदीप धनखड़ को लेटर लिखा है। इसमें उन्होंने लिखा- जब तक गृह मंत्री इस मुद्दे पर बयान नहीं देते, तब तक सदन की कार्यवाही का कोई मतलब नहीं है।
वहीं कांग्रेस सांसद जयराम नरेश ने कहा- हम सदन में चर्चा तो चाहते हैं, लेकिन सबसे बड़ा मुद्दा यह है कि संसद की सुरक्षा में चूक कैसे और क्यों हुई। प्रधानमंत्री और गृह मंत्री चुप हैं। उन्हें दोनों सदनों में आकर बयान देना चाहिए। उसके बाद ही सदन चलेगा।
7 दिन की पुलिस कस्टडी में भेजे गए आरोपी
संसद में हंगामा करने वाले और बाहर प्रदर्शन करने वाले चारों आरोपियों को दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया था।
संसद में घुसपैठ करने वाले दो आरोपियों और उनके दो सहयोगियों को गुरुवार को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने चारों को 7 दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया है। चारों आरोपियों के खिलाफ UAPA की कार्रवाई भी की गई। दिल्ली पुलिस ने कहा है- ये प्लांड अटैक था। सुरक्षा में चूक के चलते संसद सचिवालय ने 8 सुरक्षाकर्मियों को सस्पेंड कर दिया।