शहर में कूड़ा फैलाती हैं पॉलिथिन की थैलियां
एस• के• मित्तल
जींद, उपायुक्त डॉ. मनोज कुमार ने जिला के नागरिकों से अपील की है कि वे सिंगल युज प्लास्टिक पॉलिथिन का प्रयोग करना बंद कर दें और कपड़ों के थैलों का इस्तेमाल करें। उपायुक्त डॉ. मनोज कुमार ने कहा कि पॉलिथिन मानव जीवन के लिए अत्यंत हानिकारक है। इसको यदि जलाया जाता है तो उसमें से भी विषैली गैसें बाहर निकलती हैं। इसके अलावा पॉलिथिन आसानी से प्राकृतिक तौर पर कागज व कपड़े की तरह नष्ट नहीं होता और ना ही गलता है।
जींद, उपायुक्त डॉ. मनोज कुमार ने जिला के नागरिकों से अपील की है कि वे सिंगल युज प्लास्टिक पॉलिथिन का प्रयोग करना बंद कर दें और कपड़ों के थैलों का इस्तेमाल करें। उपायुक्त डॉ. मनोज कुमार ने कहा कि पॉलिथिन मानव जीवन के लिए अत्यंत हानिकारक है। इसको यदि जलाया जाता है तो उसमें से भी विषैली गैसें बाहर निकलती हैं। इसके अलावा पॉलिथिन आसानी से प्राकृतिक तौर पर कागज व कपड़े की तरह नष्ट नहीं होता और ना ही गलता है।
शहर में सीवरेज जाम की समस्या का मुख्य कारण पॉलिथिन की थैलियों में कूड़ा फेंकना है। शहर के पुराने नागरिक यह ध्यान रखें कि जो प्रवासी मजदूर जींद में रह रहे हैं, उनको कूड़ादान रखने और उसका प्रयोग करने के बारे जागरूक करें। उपायुक्त ने कहा कि कपड़ों के थैले बाजार में दिखाई देंगे तो इससे अन्य नागरिकों को भी इनका प्रयोग करने की प्रेरणा मिलेगी। हमें पॉलिथिन व सिंगल युज प्लास्टिक को डस्टबीन से एकदम गायब करना है।
इसलिए सभी नागरिक पॉलिथिन, वन युज प्लास्टिक, डिस्पोजल, चाय के कप, कोल्ड ड्रिंक के गिलास, जूस के गिलास, प्लास्टिक प्लेट को लेने से बिल्कुल मना कर दें।