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बचन सिंह आर्य ने एक दर्जन गांवों में निकाली तिरंगा यात्रा
एस• के • मित्तल
सफीदों, आजादी के अमृत महोत्सव के तहत सफीदों विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी रहे पूर्व मंत्री बचन सिंह आर्य ने इस उपमंडल के करीब एक दर्जन गांवों में तिरंगा यात्रा निकाली और आजादी के लिए कुर्बानी देने वाले ज्ञात-अज्ञात शहीदों को नमन किया। पूर्व मंत्री बचन सिंह आर्य की यह तिरंगा यात्रा उनके पैतृक गांव भुसलाना से शुरू होकर गांव खातला, बसीनी, बडौद, अंटा, करसिंधू, टीटो व सरनाखेड़ी होते हुए अनेक गांवों में पहुंची। गांवों में ग्रामीणों ने बचन सिंह आर्य का जोरदार अभिनंदन किया।
सफीदों, आजादी के अमृत महोत्सव के तहत सफीदों विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी रहे पूर्व मंत्री बचन सिंह आर्य ने इस उपमंडल के करीब एक दर्जन गांवों में तिरंगा यात्रा निकाली और आजादी के लिए कुर्बानी देने वाले ज्ञात-अज्ञात शहीदों को नमन किया। पूर्व मंत्री बचन सिंह आर्य की यह तिरंगा यात्रा उनके पैतृक गांव भुसलाना से शुरू होकर गांव खातला, बसीनी, बडौद, अंटा, करसिंधू, टीटो व सरनाखेड़ी होते हुए अनेक गांवों में पहुंची। गांवों में ग्रामीणों ने बचन सिंह आर्य का जोरदार अभिनंदन किया।
यात्रा के दौरान भारत माता की जय तथा वंदे मातरम के गगनभेदी नारे लगाए जा रहे थे। इस मौके पर बचन सिंह आर्य ने ग्रामीणों को तिरंगे झंडे वितरित करके उनसे अनुरोध किया कि वे अपने-अपने घरों व प्रतिष्ठानों पर इन तिरंगों को फहराकर आजादी की 75वीं वर्षगांठ मनाएं। अपने संबोधन में पूर्व मंत्री बचन सिंह आर्य ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2021 में नमक सत्याग्रह के 91 वर्ष पूरे होने पर साबरमती आश्रम से अमृत महोत्सव की शुरुआत पदयात्रा को हरी झंडी दिखाकर की थी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल आजादी के अमृत महोत्सव को लेकर दिन-रात एक किए हुए है। उनके निर्देशानुसार पूरे प्रदेश में तिरंगा यात्राएं निकाली जा रही है तथा व्यापक स्तर पर तिरंगों का वितरण किया जा रहा है।
उसी कड़ी में उनके द्वारा गांवों में यह तिरंगा यात्रा निकाली गई है तथा इस यात्रा में लोगों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया है। उन्होंने कहा कि तिरंगा हमारे देश की आन-बान-शान है। भारत को आजाद कराने के लिए बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा और असंख्य कुर्बानियां देनी पड़ी। 15 अगस्त आजादी का जश्र मनाने व देश को स्वतंत्र कराने वाले राष्ट्र सुपूतों ने बलिदान को याद करने का दिन है।
आजादी का अमृत महोत्सव भारत की सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक और आर्थिक शौर्य के रूप में मनाया जा रहा है। आजादी के अमृत महोत्सव का उद्देश्य लोगों को स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान और त्याग के बारे में जानकारी देना है। अमृत महोत्सव प्रत्येक देशवासी के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसके माध्यम से हम भविष्य पर निगाह रखते हुए देश की आजादी के संघर्ष के गौरवशाली इतिहास को भी याद रखेंगें।
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