- गुड़गांव में पिछले 28 दिन में सबसे अधिक नए केस मिले, एक्टिव केस का आंकड़ा बढ़कर हुआ 800 के पार
गुड़गांव में कोरोना संक्रमण की रफ्तार एक बार फिर शुक्रवार को बढ़ गई। पिछले 28 दिन में सबसे अधिक 257 नए केस मिले, जबकि 174 पेशंट रिकवर होकर घर लौट गए। वहीं गुड़गांव में लगातार दूसरे दिन एक और पेशंट ने दम तोड़ दिया, जिससे मौतों का आंकड़ा बढ़कर 1013 हो गया। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार को एक 85 वर्षीय बुजुर्ग महिला ने दम तोड़ दिया। महिला शूगर व हाइपर टैंशन से पीड़ित थी और कई दिन से अस्पताल में एडमिट थी।
करनाल में 133 व्यक्ति आदतन अपराधी: पुलिस कप्तान का एक्शन प्लान तैयार, निकाली हिस्ट्री तो हुआ खुलासा
जिला में पिछले 10 दिन में चार बुजुर्गों की कोरोना संक्रमण से मौत होने से लोगों की चिंता एक बार फिर बढ़ गई है।जिला में कोरोना संक्रमण के नए केस मिलने की रफ्तार बढ़ रही है। पिछले 29 दिन में 5270 नए केस मिल चुके हैं। हालांकि जून महीने के मुकाबले केस मिलने की रफ्तार कम है, लेकिन कम होकर एक बार फिर नए केस तेजी से बढ़ रहे हैं। जिससे जिला में एक्टिव केस बढ़कर 819 हो गए हैं, जिनमें से 18 पेशंट अस्पताल में एडमिट किए गए हैं। वहीं पिछले पांच दिन में ही तीन बुजुर्ग पेशंट की मौत हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार चारों ही पेशंट गंभीर बीमारियों से ग्रस्त थे और हाइपर टैंशन व हार्ट संबंधी बीमारियां थी।गुड़गांव के चन्द्रलोक में मिल रहे औसतन 40 से अधिक केसगुड़गांव में कोरोना संक्रमण के कुल केस बढ़कर 288045 हो गए हैं,
लेकिन जिला में सबसे अधिक केस चन्द्रलोक में मिल रहे हैं। पिछले सवा दो साल में करीब 20 फीसदी केस इसी पीएचसी में सामने आए हैं। जुलाई महीने के 29 दिन में 5270 केस मिले हैं, जिनमें से 1225 केस चन्द्रलोक पीएचसी में मिले हैं। इसके अलावा 864 केस तिगरा व वजीराबाद पीएचसी में 530 केस मिले हैं। जिससे तीन पीएचसी में ही 29 दिन में 2619 केस मिल चुके हैं। टेस्टिंग के नोडल ऑफिसर डा. जयप्रकाश ने बताया कि गुड़गांव में चन्द्रलोक, तिगरा व वजीराबाद पीएचसी कोरोना की हॉट स्पॉट बने हुए हैं।नौ पीएचसी ऐसी, जिनमें मिले हैं 10 से कम केसगुड़गांव में कुल 37 पीएचसी हैं, जिनमें से 9 पीएचसी ऐसी हैं, जहां नाममात्र ही पॉजिटिव केस मिल रहे हैं।
जबकि तीन पीएचसी हॉट स्पॉट बन रही हैं। इसके अलावा बादशाहपुर, भांगरौला व घाटा पीएचसी में भी 29 दिन में 300 से अधिक केस मिले हैं। नौ पीएचसी ऐसी हैं, जिनमें 29 दिन में 10 से भी कम केस सामने आए हैं।