हरियाणा में करनाल के नूरमहल चौक से विजिलेंस की टीम ने घरौंडा तहसीलदार के रीडर गुलशन को 20 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। इसके बाद रीडर के बयान पर ही विजिलेंस ने तहसीलदार निखिल सिंगला को भी अरेस्ट कर लिया। विजिलेंस की टीम ने दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
विजिलेंस की टीम ने रविवार रात विनोद कुमार की शिकायत पर एक्शन लिया। विनोद ने विजिलेंस को बताया था कि उसे अपनी जमीन की गिरदावरी को ठीक करवाना था, जिसको ठीक करवाने के लिए घरौंडा तहसीलदार के रीडर गुलशन ने 20 हजार रुपए की डिमांड की।
रिश्वत के पैसे देने के लिए शिकायतकर्ता को करनाल में नूर महल चौक पर बुलाया गया था। शिकायत पर एक्शन लेते हुए एसडीएम अनुभव मेहता को ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया। जिसके बाद विजिलेंस की टीम ने जाल बिछाया और नूर महल चौक पर गुलशल ने विनोद से बीस हजार रुपए लिए।
इसके बाद विजिलेंस की टीम मौके पर पहुंची और आरोपी गुलशन को तुरंत काबू कर लिया। उससे वह रुपए भी बरामद कर लिए। जिनके नम्बर विजिलेंस की टीम ने पहले की नोट कर लिए थे। इंस्पेक्टर सचिन ने बताया कि गुलशन से पूछताछ की गई तो उसने बयान दिया कि उसने तहसीलदार निखिल सिंगला के कहने पर रिश्वत ली थी। जिसके बाद निखिल सिंगला को करनाल से ही उनके घर से गिरफ्तार कर लिया गया।
कुछ माह पहले लगे थे गुलशन पर गंभीर आरोप
बता दें कि बीते कुछ माह पहले घरौंडा तहसील कार्यालय में लोगों ने गुलशन पर बदतमीजी के आरोप भी लगाए थे। इसके अतिरिक्त रिश्वत के भी आरोप लगे थे, लेकिन किसी ने शिकायत नहीं दी थी। मामला विधायक हरविंद्र कल्याण के संज्ञान में आया था। जिस पर एसडीएम को जांच के निर्देश दिए थे, लेकिन मामले में कुछ ज्यादा कार्रवाई नहीं हो पाई थी।