हरियाणा में पानी की कमी को लेकर अब सतलुज यमुना लिंक (SYL) नहर को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल हिमाचल प्रदेश के CM सुखविंदर सिंह सुक्खू के साथ मीटिंग करने जा रहे हैं। दोनों राज्यों के CM की यह मीटिंग में 5 जून को चंडीगढ़ में होगी। इस मीटिंग में केसाऊ बांध का निर्माण करना, दादुपुर से हमीदा हैड न्यू लिंक चैनल का निर्माण, सरस्वती नदी का कायाकल्प और हेरिटेज विकास परियोजना, बिजली पर सैस लगाने जैसे अहम मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की जाएगी।
चंडीगढ़ में प्रशासनिक सचिवों के साथ हुई अहम मीटिंग में सीएम ने राज्य के सूखा ग्रस्त क्षेत्रों के लिए सिंचाई योजना बनाने के निर्देश दिए हैं। इस मीटिंग में सीएम ने सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग, नगर एवं ग्राम आयोजना व लोक निर्माण विभाग की 100 करोड़ रुपए से अधिक के प्रोजेक्ट समीक्षा भी की।
सरकार की कर रही सिंचाई योजनाओं पर काम
मीटिंग में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा के सभी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को निर्बाध रूप से पर्याप्त मात्रा में स्वच्छ पेयजल सुलभ करवाना सरकार की प्राथमिकता है। इसके बाद किसानों को सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध होगा। इसके लिए पेयजल एंव सिंचाई की कई योजनाओं पर कार्य किया जा रहा है। हिमाचल के साथ होने वाली मीटिंग में इसको लेकर हल निकाला जाएगा।
राजस्थान से आने वाले पानी को रोकेगा हरियाणा
सीएम ने कहा कि राजस्थान से आने वाले पानी को जगह जगह तालाब बनाकर रोका जाएगा। इससे अलावा गुरुग्राम मेवात फीडर कैनाल, जेएलएन फीडर की क्षमता बढ़ाने, हांसी ब्रांच की क्षमता बढाने के कार्य भी किए गए हैं। उन्होंने कहा कि इन सिंचाई एवं जल परियोजनाओं से भूजल संकट वाले क्षेत्रों में निजात मिलेगी और इंडस्ट्री और किसानों को भी सिंचाई के लिए पानी सुलभ हो सकेगा।
इन जिलों में चल रहे अहम प्रोजेक्ट
मुख्यमंत्री ने कहा कि यमुनानगर में डब्लूजेसी कैनाल की रिमोडलिंग, करनाल में मुनक हैड से खुबडु तक कंक्रीट लिंक, गुरूग्राम वाटर सर्विस चैनल की रिमोडलिंग, गुरूग्राम के धनवापुर व बहरमपुर में एसटीपी की क्षमता बढाना, फतेहाबाद के गोरखपुर वाटर कन्वेंस सिस्टम का विकास करना, झज्जर में जुआ ड्रेन के निर्माण कार्य करोड़ों रुपए की राशि से किए जा रहे हैं।100 MLD वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बन रहामुख्यमंत्री ने कहा कि वाटर ट्रीटमेंट के लिए धनवापुर में 100 एमएलडी वाटर ट्रीटमेंट प्लांट भी बनाया जा रहा है। इसके अलावा चंदु बुढेडा में 100 एमएलडी का वाटर ट्रीटमेंट प्लांट भी लगाया जा रहा है। इसका निर्माण कार्य जून माह में शुरू किया जाएगा।
फरीदाबाद के प्रतापगढ व मिर्जापुर में बनाए जाने वाले एसटीपी का 80 प्रतिशत कार्य पूरा कर लिया गया है। इसके अलावा, फरीदाबाद रोड़ से एनएच-48 गुरूग्राम तक 845.54 करोड़ रुपए की लागत से दक्षिण पेरिफेरल रोड़ का निर्माण किया जाएगा।