हरियाणा सरकार की 38 मेंबरी में संगत के सदस्यों की उपेक्षा से झींडा नाराज चल रहे थे।
हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (HSGMC) के पूर्व अध्यक्ष जगदीश सिंह झींडा ने हरियाणा सारकार की 38 मेंबरी कमेटी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने इस्तीफे की कॉपी राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को भेज दी है। इसकी लिखित जानकारी कुरुक्षेत्र DC को भी दी है। इस्तीफे में उन्होंने लिखा है कि मैं यह इस्तीफा बिना किसी दबाव के अपनी इच्छा से दे रहा हूं। उनके इस्तीफे के साथ ही रविवार को संगत संघर्ष समिति की बैठक कुरुक्षेत्र में बुला ली गई है।
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इस्तीफे के बारे में जानकारी देते जगदीश झींडा।
इस बात से चल रहे थे नाराज
जगदीश सिंह झींडा ने बताया कि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी सरकारी कमेटी बन गई है। चूंकि 20 साल से अलग कमेटी की मांग कर रहे समिति से कुल चार सदस्यों को हरियाणा सरकार ने एडहॉक कमेटी में शामिल किया गया है, जो कि न्यायसंगत नहीं है। झींडा ने कहा कि 18 दिसंबर को कुरुक्षेत्र प्रदेश की समिति संघर्ष समिति और संगत की बैठक होगी।
जगदीश झींडा की भेजी इस्तीफे की कॉपी।
मीटिंग में बनेगी रणनीति
उन्होंने बताया कि कुरुक्षेत्र में होने वाली मीटिंग में आगे की रणनीति बनाई जाएगी। रणनीति बनाने के बाद इसे सार्वजनिक किया जाएगा। जगदीश सिंह झींडा ने कहा कि उन्हें पद की लालसा नहीं है, लेकिन साथियों व संगत की अनदेखी वे सहन नहीं कर पा रहे। यहां झींडा ने त्यागपत्र देने को अंतरात्मा की आवाज बताया।